यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल के छमाही, प्री-बोर्ड के अंक अपलोड करने की तिथि दो दिन आगे बढ़ाई
स्कूलों में अवकाश होने और अंक अपलोड करने में परेशानी को देखते हुए बोर्ड ने तिथि 20 मई किया
यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल के छमाही एवं प्री-बोर्ड के अंक वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ पर अपलोड करने की तिथि 20 मई तक आगे बढ़ा दिया है। बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि अंक अपलोड करने की तिथि अब 18 मई के स्थान पर 20 मई कर दी गई है। कोरोना संक्रमण के दौर में प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में 20 मई तक अवकाश होने के चलते आनन-फानन में स्कूलों को अंक अपलोड करने की परेशानी को देखते हुए बोर्ड की ओर से तिथि दो दिन आगे बढ़ाई गई है। बोर्ड की ओर से अब छमाही, प्री बोर्ड के अंकों के आधार हाईस्कूल के 29 लाख छात्रों के रिजल्ट जारी करने की तैयारी तेज हो गई है।
लिंक अपडेट नहीं होने से अंक अपलोड करने में परेशानी, शिकायत के बाद किया अपडेट
बोर्ड की ओर से वेबसाइट पर अंक अपलोड करने के लिए लिंक अपडेट नहीं होने से स्कूलों को परेशानी हुई। यूपी बोर्ड की ओर से सोमवार को हाईस्कूल के छमाही एवं प्री बोर्ड परीक्षा के अंक अपलोड करने की सूचना जिला विद्यालय निरीक्षकों को तो भेज दी गई परंतु जारी लिंक को अपडेट नहीं किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से अंक अपलोड करने का निर्देेश मिलने के बाद स्कूल वाले सोमवार की रात को ही अंक अपलोड करने की कोशिश करने लगे। लिंक अपडेट नहीं होने की बात जब बोर्ड तक पहुंची तो मंगलवार की सुबह वेबसाइट पर अंक अपलोड होने लगा। इसके बाद स्कूल लगातार वेबसाइट पर अंक अपलोड कर रहे हैं।
छमाही, प्री बोर्ड के अंक के आधार पर हाईस्कूल का रिजल्ट जारी करने की तैयारी
स्कूलों से हाईस्कूल के छात्रों के छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक मांगे जाने के बाद अब लग रहा है कि यूपी बोर्ड भी सीबीएसई की तरह अपने छात्रों का परीक्षाफल आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी करने की तैयारी में है। सीबीएसई की ओर से दसवीं के छात्रों का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन, अर्द्घ वार्षिक परीक्षा एवं प्री-बोर्ड के आधार पर जारी किया जा रहा है। स्कूल इन दिनों दसवीं के छात्रों के रिजल्ट तैयार कर रहे हैं। ठीक इसी तर्ज पर अब यूपी बोर्ड भी अपने छात्रों का रिजल्ट जारी करेगा।
बोर्ड सचिव ओर से स्कूलों से छमाही, प्री बोर्ड के अंक मांगे जाने के बाद से स्पष्ट हो गया है कि अब 2021 में यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा नहीं करवाएगा। बोर्ड के इस फार्मूले से मेधावी छात्रों का नुकसान हो सकता है। इस फार्मूले के लागू होने के बाद औसत दर्जे के छात्र लाभ में रहेंगे। जिला स्तर के अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2020-2021 में कोरोना के चलते स्कूलों में कक्षाएं नहीं चली हैं, ऐसे में अधिकांश स्कूलों में छमाही एवं प्री बोर्ड परीक्षा नहीं हुई है। ऐसे में स्कूल वाले अब बोर्ड की ओर से परीक्षा के अंक मांगे जाने पर मनमाने तरीके से उसे वेबसाइट पर अपलोड कर बोर्ड को भेज देंगे। ऐसे में मेधावी छात्रों का नुकसान होगा।
10वीं के छात्रों के लिए खुशखबरी ! हाईस्कूल परीक्षा रद्द करने की तैयारी में यूपी बोर्ड, मांगा प्री-बोर्ड और छमाही रिजल्ट।
UP board exam 2021 : कोरोना काल में सीबीएसई और सीआईएससीई की तरह यूपी बोर्ड ने भी हाईस्कूल की परीक्षा निरस्त करने की तैयारी शुरू की है। सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से हाईस्कूल के छमाही और प्री बोर्ड परीक्षा के परिणाम मंगलवार तक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।
डीआईओएस को निर्देशित किया है कि सभी प्रधानाचार्यों से अनिवार्य रूप से मंगलवार शाम तक वांछित सूचनाएं अपलोड करा दें। यदि किसी स्कूल की सूचना वेबसाइट पर अपलोड नहीं होती तो उसके लिए संबंधित जिले के डीआईओएस जिम्मेदार होंगे। इस काम में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
माना जा रहा है कि छमाही और प्री बोर्ड परीक्षा के आधार पर बच्चों को 11वीं में प्रोन्नति दे दी जाएगी। हालांकि अब तक शासन या बोर्ड ने हाईस्कूल परीक्षा निरस्त करने संबंधी कोई घोषणा नहीं की है। लेकिन जिस प्रकार कोरोना कर्फ्यू बढ़ रहा है और समय बीत रहा है उसमें परीक्षा कराना संभव नहीं दिख रहा। बोर्ड के अधिकारी पहले परीक्षा निरस्त करने के मूड में नहीं थे लेकिन अब कोई और चारा नहीं दिख रहा। गौरतलब है कि 2021 की बोर्ड परीक्षा के लिए 10वीं के 2994312 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है।
स्कूल बंद, 24 घंटे में कैसे दें सूचनाएं
सचिव यूपी बोर्ड के निर्देश पर डीआईओएस आरएन विश्वकर्मा ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों को 24 घंटे में हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं के प्राप्तांक और पूर्णांक बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है। लेकिन यह व्यावहारिक नहीं लग रहा। एक तो स्कूल लगभग डेढ़ महीने से बंद हैं और दूसरी बात तमाम ग्रामीण इलाकों के स्कूल तकनीकी रूप से इतने सक्षम नहीं कि सारी सूचनाएं अपलोड कर दें। उन्हें शहर आकर साइबर कैफे से सूचनाएं अपलोड करानी पड़ती हैं।
इनका कहना है
ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने बताया कि शासन में बैठे शिक्षा विभाग के अधिकारी पिछले 4 साल से सारी सूचनाएं 24 घंटे के भीतर मांगते हैं। चाहे सूचना इमरजेंसी हो या सामान्य। 24 घंटे में सूचना देना व्यावहारिक हो या न हो। पत्र के अंत में सारी जिम्मेदारी और जवाबदेही प्रधानाचार्यों पर तय की जाती है। यह एक प्रकार से क्षेत्रीय अधिकारियों, कार्यालय कर्मचारियों और प्रधानाचार्यों का मानसिक उत्पीड़न है।
UP Board Exam 2021 : यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खुशखबरी, प्रमोट होंगे हाईस्कूल के परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी है।
UP Board Exam 2021 यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखा है कि वे हाईस्कूल परीक्षार्थियों की छमाही और वार्षिक परीक्षा (प्रीबोर्ड) के विषयवार प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट पर 18 मई की शाम पांच बजे तक अपलोड करा दें।
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल परीक्षा के लिए पंजीकृत करीब 30 लाख परीक्षार्थियों के लिए खुशखबरी है। यूपी बोर्ड उन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की तर्ज पर अगली कक्षा में प्रमोट कर सकता है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से छमाही और प्रीबोर्ड परीक्षा का प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट पर मांगा है। यह सूचना मंगलवार शाम तक अनिवार्य रूप से देनी है, यानी इस संबंध में निर्णय जल्द होने के आसार हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 अब तक नहीं हो सकी हैं। आमतौर पर ये परीक्षाएं फरवरी व मार्च में होती रही हैं लेकिन, पहले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षाओं का कार्यक्रम दो बार घोषित करके स्थगित करना पड़ा है।
सीबीएसई ने अप्रैल में ही निर्णय लिया था कि वह हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करेगा, जबकि इंटर के संबंध में अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। सीबीएसई के निर्णय के बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि यूपी बोर्ड भी उसी की राह चल सकता है लेकिन, उस समय तक हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने का आधार नहीं मिल पा रहा था, बल्कि शासन इस पर मंथन कर रहा था।
अब यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखा है कि वे हाईस्कूल परीक्षार्थियों की छमाही और वार्षिक परीक्षा (प्रीबोर्ड) के विषयवार प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट पर 18 मई की शाम पांच बजे तक अपलोड करा दें। पत्र में यह भी लिखा गया है कि इस संबंध में उच्च स्तर से निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस कार्य को शीर्ष वरीयता देते हुए सभी प्रधानाचार्य को निर्देश जारी कराकर अनिवार्य रूप से परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करा दें। पत्र में यह भी लिखा गया है कि यदि किसी विद्यालय की वांछित सूचना वेबसाइट पर अपलोड नहीं होती है तो उस जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक जिम्मेदार होंगे।
बता दें कि फरवरी में प्रीबोर्ड की परीक्षाएं प्रदेश भर में कराई गई थीं। साथ ही हाईस्कूल में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या 29.94 लाख है। हाईस्कूल परीक्षा में 16,74,022 बालक और 13,20,290 बालिकायें पंजीकृत हैं। इस वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षा कोरोना महामारी और पंचायत चुनाव के चलते देर हो गई है। बीते वर्ष 2020 में परीक्षाएं 18 फरवरी से ही शुरू हो गई थीं। माना जा रहा है कि 20 मई के आसपास शासन स्तर पर होने वाली बैठक में हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने पर मुहर लग सकती है।
हाईस्कूल : छमाही और प्री बोर्ड के अंक 24 घंटे में करने होंगे अपलोड
लखनऊ / प्रयागराज : यूपी बोर्ड ने स्कूलों से हाईस्कूल के छात्रों की छमाही और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंक अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक (षष्ठ मंडल) सुरेंद्र तिवारी ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिए हैं।
बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे गए पत्र में https://upmsp.edu.in वेबसाइट पर 18 मई तक अंक अपलोड करने के लिए कहा है। इस निर्देश के बाद हाईस्कूल की परीक्षा भी सीबीएसई और सीआईएससीई की तरह निरस्त किए जाने के कयास लगने शुरू हो गए। जिस तरह की तैयारियां स्कूल स्तर से करने के निर्देश दिए हैं, उससे तो यही आसार लग रहे हैं। यूपी बोर्ड के कक्षा 10 के छात्रों को भी इस बार सीबीएसई और सीआईएससीई की तरह औसतन अंक मिल सकते हैं।
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