फतेहपुर : छह महीने से वेतन के लिए भटक रहे 475 शिक्षक, गैर जिलों से आए 200 शिक्षकों को भी नहीं मिला वेतन
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में वेतन को लेकर मारामारी है। छह महीने पहले नियुक्त 475 शिक्षकों के अभी तक वेतन नहीं मिला है। ये शिक्षक वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी के शिकार हैं। इनके साथ नियुक्त अन्य जिलों के शिक्षकों को वेतन भुगतान किया जा चुका है।
प्रदेश के पिछड़े जिलों में शुमार और सूची में सातवें स्थान पर दर्ज जिले शिक्षा का स्तर मजबूत करने के लिए शासन ने पूरा जोर लगा रखा है। जिले के 26503 स्कूलों में सृजित शत प्रतिशत पद भरने के लिए शासन पूरा प्रयास कर रहा है। इसके तहत नवंबर 2020 में जिले के प्राथमिक स्कूलों के 475 सहायक अध्यापकों की भर्ती की गई थी। पूरे छह महीने गुजर गए, लेकिन इन्हे वेतन के नाम पर एक धेला नहीं मिला है। ऐसे में ये शिक्षक आर्थिक तंगी के शिकार हैं। इन्हें स्कूल तक पहुंचने के लिए मोटरसाइकिल में पेट्रोल भराने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। खास बात तो यह है कि बेसिक शिक्षा विभाग में शैक्षिक मूल अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन कराकर वेतन भुगतान कराने का प्रावधान है। इस लंबी अवधि में विभाग इन शिक्षकों के अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन कराने में असफल रहा है।
बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि जिले में नवनियुक्त तीन बीईओ को शिक्षकों के अभिलेखों का ऑनलाइन सत्यापन कराने के लिए लगाया गया है। सत्यापन का काम पूरा होने पर वेतन जारी कर दिया जाएगा। ऑफलाइन सत्यापन पूरा होने पर बकाए वेतन के एरियर का भुगतान किया जाएगा।
गैर जिलों से आए 200 शिक्षकों को भी नहीं मिला वेतन
अंतरजनपदीय तबादले पर आए दो सौ शिक्षक भी तीन महीने से वेतन के लिए भटक रहे हैं। इनके साथ आए 175 शिक्षकों को विभाग ने वेतन जारी कर दिया है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि जिन शिक्षकों का ब्योरा उनके जिलों से आ चुका है, उन्हें वेतन भुगतान कर दिया गया है। जिनका ब्यौरा प्राप्त नहीं हुआ है, उन्हें वेतन भुगतान नहीं किया गया है।
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