मांग : वित्तविहीन शिक्षकों की हर हाल में मदद करे सरकार
लखनऊ। भाजपा एमएलसी उमेश द्विवेदी ने कहा कि सरकारी शिक्षक पंचायत चुनाव की ड्यूटी में मर गया, वहीं वित्तविहीन शिक्षक भूखा से मर रहा है। द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों में बहुत गलत संदेश गया है कि सरकार शिक्षकों के साथ नहीं खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार को हर हाल में वित्तविहीन शिक्षकों की मदद करनी चाहिए।
द्विवेदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में वित्तविहीन शिक्षक तबाह हो गए हैं। स्कूलों से पूरा वेतन नहीं मिलने के कारण उनके सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेशों में वहां की सरकार ने निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी राशन और दो हजार रुपये महीने मानदेय देना शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश में भी वित्तविहीन शिक्षकों के लिए ऐसी सहायता शुरू करनी चाहिए। द्विवेदी ने कहा कि हालत यह है कि वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षक सब्जी बेचने को मजबूर हैं। लेकिन सुबह 11 बजे बाद पुलिस सब्जी भी नहीं बेचने देती है और स्कूल से भी वेतन नहीं। मिल रहा है ।
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