बेसिक शिक्षक से स्वैच्छिक त्यागपत्र के नाम पर घूस लेना पड़ा भारी, बीईओ साहब हुए सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के कप्तानगंज ब्लॉक में तैनात एक शिक्षक से स्वैच्छिक त्यागपत्र व मानव संपदा कोड डिलीट करने के नाम पर पांच हजार रुपये घूस लेने के आरोप में बीईओ निलंबित हुये है। शासन के निर्देश पर शिक्षा निदेशक बेसिक ने बीईओ कप्तानगंज को निलंबित कर एडी बेसिक कार्यालय गोरखपुर संबंद्ध करते हुये संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
अपर शिक्षा निदेशक बेसिक सरिता तिवारी ने निलंबन आदेश जारी करते हुये बताया कि बीईओ कप्तानगंज सत्यप्रकाश कुशवाहा ने अपने पद के दायित्वों का दुरुपयोग करते हुये सहायक अध्यापक नितिन कुमार मिश्र से होम्योपैथिक चिकित्सक के पद चयनित होने के बाद स्वैच्छिक त्यागपत्र के आवेदन को जानबूझ कर विलंब किया गया।
पत्र में लिखा है कि मानव संपदा कोड डिलीट करने के लिए पांच हजार रुपये का घूस लेने का आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित मिलने पर बीईओ को उप्र सरकारी सेवक नियमावली 1999 के नियम 4 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुये सहायक शिक्षा निदेशक कार्यालय गोरखपुर से संबंद्ध किया गया है तथा संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। बीईओ कप्तानगंज के खिलाफ हुये इस कार्रवाई से बेसिक शिक्षा से अधिकारियों व कर्मचारियों में हडकंप मच गया है। सहायक अध्यापक नितिन कुमर मिश्र प्राथमिक विद्वालय सुधियानी में कार्यरत थे। वह मौजूदा समय में जिला होम्योपैथिक अधिकारी महाराजगंज के पद पर तैनात है।
बीईओ कप्तानगंज के निलंबन का आदेश संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय से प्राप्त हुआ है। इस मामले की जांच चल रही है।
शेष बहादुर सरोज, प्रभारी बीएसए कुशीनगर
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