चुनाव बाद शिक्षकों, कर्मियों की कोरोना जांच का फैसले पर उठ रहे सवाल
माध्यमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने जताई नाराजगी
वाराणसी। चुनाव ड्यूटी करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों से चुनाव बाद अब आरटीपीसीआर टेस्ट कराकर उसको जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करने के शिक्षा विभाग के फैसले पर माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक नेता सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने आपत्ति जताई है।
सुधांशु शेखर त्रिपाठी ने बताया कि 8 अप्रैल से 2 मई तक वाराणसी में चुनाव प्रशिक्षण, मतदान और गाजीपुर में चुनाव ड्यूटी और मतगणना करने वाले शिक्षकों कर्मचारियों से जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा 7 मई को जारी आदेश के माध्यम से आरटीपीसीआर की रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है। साथ ही प्रधानाचार्य के व्हाट्सएप संदेश में भी जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा लिखा जा रहा है कि वेतन बिल के साथ आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिया जाना है।
उन्होंने आदेश जारी करने पर आपत्ति जताते हुए बताया कि जब चुनाव ड्यूटी में शिक्षकों कर्मचारियों को भेजा जा रहा था तब एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर जांच क्यों नहीं कराई गई। चुनाव प्रशिक्षण के 1 माह बाद और मतदान के 25 दिन बाद किसी शिक्षक की कोरोना जांच कराने का कोई औचित्य नहीं है। सुधांशु ने जिला विद्यालय निरीक्षक से वेतन बिल के साथ आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट लगाने के नियम की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही शत-प्रतिशत टीकाकरण की मांग भी की है।
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