कोरोना के कहर के बीच ऑनलाइन पढ़ाई का बोझ ढो रहे स्टूडेंट्स
Corona In Uttar Pradesh: सरकारी आदेश है कि शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के साथ ही ऑनलाइन क्लास का भी संचालन ना किया जाए। हालांकि, इन बातों को दरकिनार कर मनमानी की जा रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबे में बढ़ रहे कोरोना के कहर को देखते हुए 15 मई तक शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के साथ-साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी न चलाने का आदेश जारी किया था। बच्चों पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव न पड़े, इसी के चलते सरकार ने ये आदेश जारी किया था लेकिन राजधानी लखनऊ समेत सूबे के कई स्कूल और कॉलेज अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे। इन स्कूलों और कॉलेजों में लगातार ऑनलाइन क्लासेज ली जा रही हैं। एक ओर जहां राजधानी लखनऊ और नोएडा जैसे शहरों में हर दूसरे घर में कोई न कोई कोविड महामारी से पीड़ित है, ऐसे में स्कूल का स्टाफ और बच्चों पर ऑनलाइन कक्षाओं का दबाव प्रताड़ना से कम नहीं है।
ऑनलाइन पढ़ाई का बनाया जा रहा दबाव
राजधानी लखनऊ के रहने वाले आशीष (बदला हुआ नाम) बताते हैं कि मेरा बेटा सेक्टर-डी स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल (सीपी सिंह फाउंडेशन) में पढ़ता है। पड़ोस में कुछ दिन पहले एक महिला की कोरोना से मौत हो गई थी, उनका बेटा मेरे बेटे का दोस्त था। दोस्त की मां की मौत के बाद वो बहुत परेशान रहने लगा। दूसरी ओर स्कूल से क्लासेज के लिए लगातार मैसेज आ रहे थे। वो 8:30 से दोपहर 3 बजे तक क्लास चलाते हैं। इससे बेटे की मन पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है, लेकिन पढ़ाई का नुकसान ना हो, इसलिए बेटा भी लगातार मजबूरी में क्लास अटेंड कर रहा है।
पांच छह घंटे की ऑनलाइन क्लास के बाद टेस्ट भी लेते हैं
आशियाना निवासी संध्या बताती हैं कि उनका बेटा और बेटी लखनऊ पब्लिक स्कूल में पढ़ते हैं। बच्चों की ऑनलाइन क्लास चल रही हैं। बेटे की कक्षा सुबह 8:30 बजे से दोपहर 2:10 तक चलती है। वहीं, बेटी की क्लास सुबह 8:30 से दोपहर 3:15 होती है। बीच में 10 मिनट का ब्रेक देते हैं। लेकिन बेटे का रोजाना कोई न कोई टेस्ट शाम को 6 बजे से हो जाता है जो 8 बजे तक चलता रहता है। वह कहती हैं दोनों बच्चे पॉजिटिव हो गए थे। पोस्ट कोविड कमजोरी के बाद भी ऑनलाइन क्लास अटेंड करना पड़ रहा है। कोर्स न छूट जाए यह सोचकर मजबूरी में क्लास कर रहे हैं। इसी तरह जानकीपुरम स्थित निर्मला कॉन्वेंट स्कूल और भरत नजर के शांति पब्लिक स्कूल में भी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित किए जाने की अभिभावकों ने सूचना दी है।
टेक्निकल एजुकेशन जारी है!
सरकार ने भले ही 15 मई तक पढ़ाई को बंद रखने का आदेश जारी किया हो, लेकिन सूबे के कई बड़े इंजिनियरिंग कॉलेजों में लगातार ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं। हालांकि एकेटीयू बंद है, लेकिन कॉलेजों का कहना है कि उन्हें पढ़ाई बंद करने के निर्देश नहीं मिले हैं। ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग ऐंड टेक्नॉलजी के डायरेक्टर डॉ. बृजेश सिंह ने कहा कि हमें हमेशा एकेटीयू नोटिस जारी करता था, 1 मई से क्लासेज शुरू करने का नोटिस हमें मिला था, इसलिए हम ऑनलाइन क्लासेज चला रहे हैं। वहीं एकेटीयू के कुलपति विनय पाठक ने कहा कि सरकार की ओर से हमें ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है।
बच्चों को ध्यान लगाने में होती है समस्या
क्लीनिकल साइकॉलजिस्ट डॉ के डी द्विवेदी का कहना है कि जब परिवार में कोई बीमार हो या ऐसी कोई दूसरी समस्या हो तो ऐसे वक्त में बच्चे को ध्यान लगाने में परेशानी होती हैं। ऐसे में ऑनलाइन कक्षाओं का होना या न होना एक ही जैसा है। अगर बच्चों की कक्षाएं कुछ दिन कक्षाएं नहीं भी चलेंगी तो कोई खास अंतर नहीं पड़ने वाला है। ऐसे में स्कूलों को स्वार्थ की बजाय बच्चों की फिक्र के बारे में सोचना चाहिए।
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