कोविड ड्यूटी के दौरान कई शिक्षक संक्रमित और अब वेतन भी बाधित
प्रयागराज : कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य की कुशलता जानने के लिए इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम (आई. ट्रिपलसी) में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें से 92 शिक्षक ड्यूटी से नदारद मिल हैं, जिनका अप्रैल माह का वेतन रोक लिया गया है। हालांकि शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से शिक्षकों में रोष है, क्योंकि इनमें से तमाम शिक्षक खुद कोविड संक्रमण का शिकार हो गए थे और इसी वजह से वे आई. ट्रिपलसी में ड्यूटी करने नहीं पहुंच सके।
शिक्षकों को ड्यूटी दी गई थी कि वे फोन के माध्यम से उन रोगियों के स्वास्थ्य की कुशलता पूछते रहें, जो कोविड संक्रमण के कारण होम आइसोलेशन में हैं। शिक्षक ड्यूटी पर आ रहे हैं या नहीं, इसके लिए आई. ट्रिपलसी का निरीक्षण कराया गया, जिसमें 92 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। ऐसे शिक्षकों को अप्रैल माह 2021 का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।
इस बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा ने कार्यालय आदेश भी जारी कर दिया है। उधर, शिक्षक में इस कार्रवाई से रोष है। उनका कहना है कि शिक्षकों ने जान हथेली पर लेकर अपनी ड्यूटी की । धनूपुर के सुरजीत गौतम, अनिल कुमार, संजय कुमार, फूलपुर के अंकित कुमार, उग्रसेन सिंह तोमर, शंकरगढ़ के शिवम मिश्र, सुरेंद्र कुमार समेत तमाम शिक्षक कोविड संक्रमण की चपेट में आ गए। शिक्षकों का आरोप है कि उनके प्रति सहानुभूति दिखाने की बजाय उनका वेतन रोकना अन्याय है।
संक्रमित शिक्षकों को नहीं मिल रहा स्वास्थ्य लाभ का समय
प्रयागराज : कोरोना पर नियंत्रण के लिए परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को भी जिम्मेदारी दी गई है। वह कोविड कंट्रोल रूम में ड्यूटी दे रहे हैं। पिछले दिनों कई शिक्षक ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो गए थे। वे सभी आइसोलेशन में थे तभी दोबारा ड्यूटी पर बुलाया जाने लगा। शासन का निर्देश है कि 28 दिन बाद ही स्वस्थ होने पर ड्यूटी के लिए किसी कर्मचारी को बुलाया जाए।
पीड़ित शिक्षक उमाशंकर यादव का कहना है कि कमजोरी व अन्य समस्याएं अब भी बनी हुई हैं। डॉक्टर ने सावधानी बरतने व आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी है। 92 अध्यापकों का अप्रैल का वेतन भी रोक दिया गया है। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के जिला संयुक्त मंत्री अफरोज अहमद ने बताया कि इस प्रकरण में बीएसए से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि संक्रमण के शिकार अध्यापक साक्ष्य के साथ प्रत्यावेदन दें तो उनका वेतन अवमुक्त कर दिया जाएगा। अजय सिंह ने भी इसका समर्थन किया है।
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