उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने उत्तर प्रदेश सरकार से यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 रद्द करने की अपील की
इंटरमीडिएट परीक्षा रद्द करने की मांग
03 घंटे की परीक्षा को डेढ़ घंटे में कराने की बात कही गई है
27 लाख छात्र-छात्राओं को देनी है यूपी बोर्ड इंटर की परीक्षा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने उत्तर प्रदेश सरकार से यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 रद्द करने की अपील की है। संघ के प्रवक्ता डॉक्टर आरपी मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण छात्र और अभिभावक दोनों तनाव में हैं। ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से होने वाली पढ़ाई बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए पर्याप्त नहीं है। डॉक्टर आरपी मिश्रा ने कहा कि योगी सरकार इस मुद्दे पर जल्द से जल्द फैसला ले और परीक्षाओं को रद्द करने का आदेश जारी करे।
डॉक्टर आरती मिश्रा का कहना है कि सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षाएं इस साल के लिए रद्द करने का फैसला लिया है। बोर्ड पहले ही दसवीं की परीक्षाओं को रद्द करने का आदेश जारी कर चुका है।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा 2021 को रद्द करने की घोषणा भी पहले की जा कि सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षाएं इस चुकी है। वहीं सरकार की ओर से जुलाई के मध्य में इंटरमीडिएट की परीक्षा कराने की घोषणा की गई है। सीबीएसई की ओर से बारहवीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले के बाद, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की ओर से बयान जारी किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बैठक करके 12वीं परीक्षा पर फैसला लिए जाने की बात कही है।
छात्र अभिभावक भी यही चाहते यूपी बोर्ड की ओर से जारी प्रारूप के मुताबिक 3 घंटे की परीक्षा को डेढ़ घंटे में कराने की बात कही गई है। अभी तक बोर्ड की तरफ से परीक्षा का कोई पैटर्न जारी नहीं किया गया है। मौजूदा हालातों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में करीब 27 लाख छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों की ओर से भी इस परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग उठाई जा रही है।
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