DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, June 1, 2021

शिक्षकों के समान वेतन की मांग को लेकर शिक्षामित्रों ने रखा उपवास

शिक्षकों के समान वेतन की मांग को लेकर शिक्षामित्रों ने रखा उपवास


लखनऊ : नई नियमावली बनाकर शिक्षामित्रों को शिक्षकों की तरह वेतन और अन्य लाभ दिए जाने की मांग करते हुए उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षामित्रों ने सोमवार को अपने घरों में उपवास किया। संघ ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा है।


 संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि शिक्षामित्र पिछले 21 वर्षों से प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से संक्रमित होकर लगभग 200 से अधिक शिक्षामित्र अपनी जान गंवा चुके हैं। यदि सरकार शिक्षामित्रों को नई नियमावली बनाकर शिक्षकों की तरह वेतन और अन्य लाभ नहीं देती है तो वह उन्हें शिक्षकों की भांति 62 वर्ष तक की सेवा व 12 महीने के हिसाब से प्रतिमाह 35000 रुपये वेतन दे। 


उन्होंने शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान के लिए उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी के निर्णय को भी सार्वजनिक करने की मांग की।

No comments:
Write comments