बच्चे की उम्र के मुताबिक क्लास में दाखिला दिलाएगी 'शारदा'
प्रवेश दिलाएगा शारदा पोर्टल, स्कूल न जाने अथवा बीच में पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों के लिए सुविधा
प्रयागराज। बेसिक शिक्षा विभाग जिले में स्कूल नहीं जाने वाले 14 साल तक के बच्चों को शारदा पोर्टल के जरिए स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा। स्कूलों में प्रवेश के साथ इन बच्चों को विशेष पाठ्यक्रम के आधार पर लिखना और पढ़ना सिखाने के साथ उनकी कक्षा तक का पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा।
वंचित बच्चों को चिन्हित कर परिषदीय विद्यालयों में उनकी आयु के अनुसार प्रजेश दिलाया जाएगा। बच्चों को किस स्कूल में कौन सी कक्षा में प्रवेश कराया गया, इस बारे में शारदा पोर्टल पर जानकारी अपलोड करनी होगी। इस बारे में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को प्रवेश की जानकारी भेजी गई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा का कहना हे कि पढ़ाई बीच में छोड़ने बाले अथवा कभी स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को शारदा कार्यक्रम के तहत उनकी उम्र के अनुसार कक्षा में प्रवेश की व्यवस्था होगी। ऐसे छात्रों को पहले विशेष कक्षाओं में प्रवेश दिलाकर उन्हें उनकी कक्षा के अनुरूप ढाला जाएगा। इन बच्चों को विशेष पाठ्यक्रम के आधार पर लिखना और पढ़ना सिखाने के साथ उनकी कक्षा तक का पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। इन बच्चों की अतिरिक्त कक्षाएं भी चलेंगी। उनका कहना है कि जब तक बच्चा पढ़ना और लिखना नहीं सीख पाता तब तक पहले मौखिक रूप से ही याद कराया जाएगा।
शिक्षकों का कहना है कि बच्चा यदि उम्र में बड़ा है तो वह बच्चों की उम्र कितनी भी हो, लेकिन उसे कक्षा एक से ही पढ़ाई शुरू करनी होगी, यह बच्चा जल्दी हो पढ़ना-लिखना सीख जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इन बच्चों का प्रवेश स्कूल खुलते ही करा दिया जाएगा।
गोरखपुर। जिले में शिक्षा से वंचित बच्चों को चिहिनत कर परिषदीय विद्यालयों में उप्र के हिसाब से उन्हें दाखिला दिलाया जाएगा। साथ ही चिहिनत बच्चों को किस स्कूल में कौन सी कक्षा में दाखिला कराया गया है, इसका रिकॉर्ड शारदा पोर्टल पर
अपलोड करना होगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रवेश की प्रक्रिया में बदलाव की जानकारी सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दी है।
जिन बच्चों को शारदा कार्यक्रम के अंतर्गत उम्र के हिसाब से दाखिला मिलेगा उनकी शिक्षा का स्तर कक्षा के अनुरूप लाने के लिए विशेष कक्षाओं में पढ़ाई होगी। जहां उन्हें विशेष पाठ्यक्रम के आधार पर लिखना और पढ़ना सिखाने के साथ उनकी कक्षा तक का पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा इन बच्चों की अतिरिक्त कक्षाएं भी लगेंगी। जब तक बच्चा पढ़ना और लिखना नहीं सीख पाता तब तक पहले मौखिक रूप से ही याद कराया जाएगा और विभिन्न विषयों के चेप्टर से संबंधित जानकारी कंठस्थ कराई जाएगी। शिक्षकों का कहना है कि बच्चा यदि उम्र में बड़ा है तो वह बच्चों की उम्र कितनी भी हो, लेकिन उसे कक्षा एक से ही पढ़ाई शुरू जल्दी ही पढ़ना-लिखना सीख पाएगा।
आउट ऑफ स्कूल बच्चों के हिसाब से दाखिला कराया जाएगा। बच्चों की शिक्षा उनकी कक्षा के स्तर तक लाने के लिए विशेष कक्षाओं का संचालन होगा। चिहिनित बच्चों का रिकॉर्ड शारदा पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। इसके लिए समग्र शिक्षा 2 हम, द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। स्कूल खुलते ही इसे लागू किया जाएगा। -बीएन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
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