यूपी बोर्ड: परीक्षाफल तैयार करने के लिए आये साढ़े तीन हजार सुझाव, बोर्ड जुटा मंथन में
प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के लिए पंजीकृत अभ्यर्थियों का रिजल्ट तैयार करने के लिए साढ़े तीन हजार लोगों ने सुझाव भेजा है। बोर्ड अब इन्हें खंगालेगा और उपयोगी सुझावों को बन रहे फामरूले में शामिल करेगा। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री ने दोनों के सभी 56 लाख से अधिक परीक्षार्थियों को प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। उसी का फामरूला तैयार करने की प्रक्रिया प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक चल रही है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) पहली बार कोरोना संक्रमण की वजह से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं रद कर चुका है। दोनों अहम परीक्षाओं के लिए पंजीकृत छात्र-छात्रओं को सर्वमान्य अंक देकर प्रोन्नत करना बड़ी चुनौती है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जा चुकी है, वहीं वीडियो कान्फ्रेंसिंग करके प्रधानाचार्य व शिक्षाविदों की राय ली गई है। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने भी दो दिन पहले ईमेल जारी करके कहा था कि प्रधानाचार्य, शिक्षक, परीक्षार्थी, अभिभावक व अन्य बोर्ड के हितसाधक रिजल्ट तैयार करने के सुझाव भेज सकते हैं।
बोर्ड के ईमेल पर शुक्रवार अपराह्न् दो बजे तक करीब साढ़े तीन हजार सुझाव मिले हैं, ये समाज के सभी वर्गो के हैं। अब इन पर कमेटी चर्चा करेगी और जो उपयोगी होंेगे उन्हें फामरूले में जगह दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा पहले ही कह चुके हैं जिन परीक्षार्थियों की पिछली परीक्षाओं के अंक बोर्ड को नहीं मिल सके हैं उन्हें सामान्य रूप से प्रमोट किया जाएगा, बाकी को अंक देकर प्रोन्नत किया जाएगा। अब जुलाई में ही परिणाम जारी होने के आसार हैं।
परीक्षा संस्थाओं की भी जानी राय
शासन के अफसरों ने प्रतियोगी परीक्षा कराने वाली संस्थाओं से भी हाईस्कूल व इंटर के अंकों को लेकर मंथन किया है। अफसरों ने यह जानना चाहा कि छात्र या छात्र को मिले अंक प्रतियोगी परीक्षा में कितने अहम होते हैं? कई ऐसी परीक्षाएं हैं जिनमें लिखित परीक्षा परिणाम के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पाता, बल्कि अंतिम चयन के लिए संस्थानों को हाईस्कूल, इंटर व अन्य परीक्षाओं के अंकों के आधार पर मेरिट बनानी पड़ती है।
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