UP Board Exam Results 2021: कोई छात्र फेल नहीं होगा, ऐसे समझें हाईस्कूल व इंटरमीडिएट रिजल्ट फार्मूले का गणित
यूपी बोर्ड : 12वीं का नतीजा 50-40-10 के फॉर्मूले से, हाई स्कूल में 50-50 फीसदी के आधार पर मिलेंगे अंक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
यूपी बोर्ड : 17 फॉर्मूले पर तैयार होगा 10वीं व 12वीं का रिजल्ट, खबर पढ़ें सबसे नीचे
UPMSP UP Board 10th, 12th Exam Results 2021 : इंटरमीडिएट और हाईस्कूल के विद्यार्थियों का परीक्षाफल जारी करने का फार्मूला जारी कर दिया गया है। इंटरमीडिएट का रिजल्ट तय करने के लिए 50 फीसदी अंक हाईस्कूल, कक्षा 11 की वार्षिक या अर्धवार्षिक परीक्षा के 40 फीसदी अंक और कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा के 10% अंक शामिल किए जाएंगे। इसी तरह हाईस्कूल के रिजल्ट के लिए कक्षा-9 की लिखित परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक, कक्षा 10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50 फीसदी अंक समेत स्कूल स्तर पर हुई आंतरिक परीक्षा में मिले अंक शामिल किए जाएंगे। रविववार को उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने यूपी बोर्ड के परीक्षाफल निर्धारण का यह फार्मूला जारी किया है।
कोई छात्र फेल नहीं होगा
हर विषय के अंक इसी फार्मूले से निकाल कर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। वर्ष 2021 के पंजीकृत परीक्षार्थी यदि अपने अंकों में सुधार चाहते हैं तो उन्हें अगली बोर्ड परीक्षा में एक या एक से अधिक विषयों में बिना शुल्क दिए शामिल होने का मौका दिया जाएगा। इस वर्ष कोई भी परीक्षार्थी फेल नहीं होगा।
UP Board हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा रिजल्ट का फॉर्मूला जारी
जारी फार्मूले में सभी वर्गों व संस्थागत, व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का ध्यान रखा गया है। इंटरमीडिएट में मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि व व्यावसायिक वर्गों में परीक्षाएं होती हैं। इन विषय-वर्गों में कई विषय ऐसे हैं, जिनमें प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी होती हैं और कुछ में आंतरिक मूल्यांकन। इसके लिए स्केलिंग की व्यवस्था लागू की गई है।
ऐसे तैयार होगा इंटरमीडिएट का रिजल्ट
इंटरमीडिएट 2021 के रिजल्ट के लिए यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर सम्बन्धित परीक्षार्थियों के कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा-11 की वार्षिक/ अर्धवार्षिक परीक्षा, कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा व प्रयोगात्मक परीक्षाओं के अंक उपलब्ध हैं।
जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नही होती हैं, जिनका पूर्णांक 100 अंकों का होता है-
-कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 फीसदी। औसत की गणना कक्षा-10 के सभी विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आंका जाएगा।
-कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में संबंधित विषय विशेष में पूर्णांक 100 अंक में मिले प्राप्तांक का 40 प्रतिशत अंक
-कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में संबंधित विषय विशेष में पूर्णांक 100 अंक में मिले प्राप्तांक का 10 प्रतिशत अंक
इन तीनों अंकों को जोड़कर संबंधित परीक्षार्थी के विषयवार अंकों का निर्धारण किया जाएगा।
-प्रयोगात्मक विषयों के लिए 70 अंकों पर स्केल करके लिखित परीक्षा के नंबर और आंतरिक मूल्यांकन के वास्तविक अंक जोड़े जाएंगे।
इसे ऐसे समझें
कमल को कक्षा-10 की वार्षिक परीक्षा में 600 में से 300 अंक मिले, इसका औसत होगा 300/6 = 50 अंक। इसका 50 फीसदी 25 अंक होगा।
कमल को कक्षा-11 में गणित में 100 में से 60 अंक मिले तो इसका 40 फीसदी 24 अंक होगा।
कमल को कक्षा-12 की प्रीबोर्ड परीक्षा में गणित में 50 अंक मिले हैं तो इसका 10 फीसदी 5 अंक होंगे।
इंटरमीडिएट में कमल के गणित में 25+24+5=54 अंक होंगे।
-पांचों विषय के अंक इसी फार्मूले से निकाले जाएंगे और इसी के आधार पर पूरा रिजल्ट तैयार होगा।
हाईस्कूल का रिजल्ट निर्धारण
हाईस्कूल में 70 अंकों की लिखित परीक्षा और 30 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन होता है। वर्ष 2021 के आन्तरिक मूल्यांकन के अंक वेबसाइट पर हैं। कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा और कक्षा-10 की लिखित प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड है। ये 70-70 अंकों की हैं।
ये रहा फार्मूला-
-कक्षा-9 की 70 अंकों की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा के प्राप्तांकों के 50 प्रतिशत अंक ।
-कक्षा-10 की 70 अंकों की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा के प्राप्तांकों के 50 प्रतिशत अंक ।
-वर्ष 2021 में स्कूल स्तर पर सम्पादित 30 अंकों की आन्तरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक।
तीनों को जोड़कर सम्बन्धित परीक्षार्थी के विषयवार अंकों का निर्धारण किया जाएगा।
इसे ऐसे समझें
-निशा को कक्षा-9 की सामाजिक विज्ञान की वार्षिक परीक्षा में 70 में 60 अंक मिले तो इसका 50 फीसदी हुआ 30
-कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 अंकों में 40 अंक मिले तो इसका 50 फीसदी हुआ 20
-आंतरिक मूल्यांकन में 30 में से 28 अंक हासिल किए
ये रहे सामाजिक विज्ञान में निशा के अंक- 30+20+28=78 अंक।
# छह विषय के अंक इसी फार्मूले से निकाले जाएंगे और इसी के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा।
खास-खास
2021 की परीक्षा में कुल पंजीकृत परीक्षार्थी- 56,04,628
-हाईस्कूल में 29,94,312 परीक्षार्थी पंजीकृत (संस्थागत - 29,74,487 (99.34 प्रतिशत) व व्यक्तिगत 19,825 (0.66 प्रतिशत)
-इण्टरमीडिएट में कुल 26,10,316 परीक्षार्थी पंजीकृत, (संस्थागत परीक्षार्थी 25,17,658 (96.45 प्रतिशत) व व्यक्तिगत परीक्षार्थी 92,658 (3.55 प्रतिशत)
अन्य फार्मूले
-इण्टरमीडिएट के व्यक्तिगत/संस्थागत विद्यार्थी के यदि कक्षा-11 की दोनों परीक्षाओं (वार्षिक परीक्षा व अर्धवार्षिक) या कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा या हाईस्कूल के (व्यक्तिगत/संस्थागत) परीक्षार्थी के कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा या कक्षा-10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें बिना अंकों के सामान्य रूप से प्रोन्नत किया जाएगा।
- जिस परीक्षार्थी के वार्षिक, अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड परीक्षा के अधिकतम तीन विषयों तक अंक नहीं होंगे तो उस परीक्षा के शेष विषयों के प्राप्तांक का औसत उन तीन विषयों में दिया जाएगा।
- यदि परीक्षार्थियों के कक्षा-12 की प्रयोगात्मक परीक्षा/कक्षा-10 के आंतरिक मूल्यांकन के अंक उपलब्ध नहीं हैं तो परीक्षार्थी को उस विषय विशेष में लिखित परीक्षा के लिए निर्धारित प्रक्रिया से प्राप्त अंक को उस विषय विशेष के पूर्णांक के आधार पर स्केल करके प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक दिए जाएंगे।
-लिखित परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक प्राप्त नहीं होने लेकिन आंतरिक मूल्यांकन/ प्रयोगात्मक परीक्षा में उत्तीर्ण होने की स्थिति में परीक्षार्थी को बिना अंक के सामान्य प्रोन्नति दी जाएगी।
-प्रयोगात्मक विषयों में कक्षा 9/10/11/12 के उपलब्ध अंकों को बोर्ड की लिखित परीक्षा के निर्धारित अंकों पर स्केल करके प्रयोगात्मक/ आंतरिक मूल्यांकन के अंक (जो भी लागू होते हैं) से जोड़ा जाएगा।
-अन्य बोर्डों के परीक्षार्थियों (जिनके पूर्णांक माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0 प्रयागराज के संगत विषयों से भिन्न हैं) के प्राप्तांक का आगणन माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्णांक के सापेक्ष स्केल करके किया जाएगा।
-प्रयोगात्मक विषयों में कक्षा 9/10/11/12 के उपलब्ध अंकों को बोर्ड की लिखित परीक्षा के निर्धारित अंकों पर स्केल करके प्रयोगात्मक/ आंतरिक मूल्यांकन के अंक (जो भी लागू होते हैं) से जोड़ा जायेगा।
यूपी बोर्ड : 12वीं का नतीजा 50-40-10 के फॉर्मूले से, हाई स्कूल में 50-50 फीसदी के आधार पर मिलेंगे अंक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को यह फॉर्मूला जारी किया।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की नतीजों का फॉर्मूला तय हो गया है। हाईस्कूल का नतीजा 50-50 व इंटर का 50-40-10 के फॉर्मूले के आधार पर आएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को यह फॉर्मूला जारी किया।
हाईस्कूूल का नतीजा 9वीं की वार्षिक परीक्षा एवं 10वीं प्री-बोर्ड परीक्षा के 50-50 फीसदी अंक देकर घोषित होगा। वहीं, इंटर के परिक्षार्थियों को 10वीं बोर्ड के 50 फीसदी, 11वीं के 40 फीसदी व 12वीं प्री-बोर्ड के 10 फीसदी अंक के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
नहीं जारी होगी मेरिट
यूपी बोर्ड में इस बार मेरिट जारी नहीं की जाएगी। जो भी परीक्षार्थी एक या एक से अधिक विषयों में अंक सुधार के लिए परीक्षा देना चाहते हैं, उन्हें आगामी बोर्ड परीक्षा में बिना परीक्षा शुल्क के परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।
जल्द जारी होगा यूपी बोर्ड का नतीजा
फॉर्मूला तय होने के बाद यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का नतीजा जल्द जारी किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को बताया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर कक्षा 9 की वार्षिक परीक्षा, कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन, कक्षा 11 की वार्षिक व अर्द्ध वार्षिक परीक्षा, कक्षा 12 की बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा, कक्षा 10 व 12 प्री बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध हैं। 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के अंक निर्धारण का फॉर्मूला भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 29,94,312 और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 26,10,316 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे।
ऐसे तय होगा इंटरमीडिएट का परिणाम
- कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत। औसत का आगणन कक्षा-10 के संपूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आगणित किया जाएगा।
- कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में संबंधित विषय के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक।
- कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में संबंधित विषय के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक।
ऐसे समझें : यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-10 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 600 में से 300 अंक प्राप्त किए हैं। तो उसका औसत अंक 300/6= 50 अंक होगा। इसमें से 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 25 अंक दिए जाएंगे। कक्षा-11 में किसी विषय विशेष में यदि उसे 100 अंक में से 60 अंक मिले हैं तो उसका 40 प्रतिशत 24 अंक होगा। इसी प्रकार प्री-बोर्ड परीक्षा से कक्षा-12 में उस विषय में उसे 50 अंक मिले हैं तब उसका 10 प्रतिशत 5 अंक होगा। इस प्रकार उसके कुल अंक 25+24+5=54 अंक होंगे।
हाई स्कूल के परिणाम का फॉर्मूला
- कक्षा-9 की 70 अंको की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
- कक्षा-10 की 70 अंको की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
- वर्ष 2021 में विद्यालय स्तर पर आयोजित 30 अंको की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक।
- कक्षा 9वीं, 10वीं प्री-बोर्ड और आंतरिक मूल्यांकन में प्राप्त अंकों को जोड़कर परीक्षार्थी के विषयवार अंकों का निर्धारण किया जाएगा।
ऐसे समझें : यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-9 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 70 अंको में से 60 अंक प्राप्त किए हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 30 अंक दिए जाएंगे। कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 अंको में से 40 अंक प्राप्त किए हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 20 अंक दिए जाएंगे। आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में यदि 30 में से 28 अंक प्राप्त किए हैं तो संबंधित परीक्षार्थी को उस विषय में कुल अंक 30+20+28=78 अंक प्राप्त होंगे।
व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का फॉर्मूला अलग होगा
- यदि परीक्षार्थियों के कक्षा-12 की प्रयोगात्मक परीक्षा/कक्षा-10 के आंतरिक मूल्यांकन के अंक उपलब्ध नहीं हैं, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक परीक्षार्थी को उस विषय विशेष के लिए लिखित परीक्षा के लिए निर्धारित प्रक्रिया से प्राप्त अंक को उस विषय विशेष के पूर्णांक के आधार पर समानुपातिक रूप से निर्धारण कर प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक प्रदान किए जाएंगे।
- इंटरमीडिएट में जिस किसी भी परीक्षार्थी (व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-11 की दोनों परीक्षाओं (वार्षिक परीक्षा व अर्धवार्षिक) अथवा कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा, हाईस्कूल के जिस किसी भी परीक्षार्थी (व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा एवं/ कक्षा-10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं होंगे उन्हें बिना अंको के सामान्य रूप से प्रोन्नत कर दिया जाएगा।
- किसी परीक्षार्थी के वार्षिक, अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड परीक्षा के अधिकतम 3 विषयों तक अंक अप्राप्त होने पर उस परीक्षा के शेष विषयों के प्राप्तांक का औसत उन तीन विषयों में दिया जाएगा।
- लिखित परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक प्राप्त नहीं होने, लेकिन आंतरिक मूल्यांकन प्रयोगात्मक परीक्षा में उत्तीर्ण होने की स्थिति में परीक्षार्थी को बिना अंक के सामान्य प्रोन्नति प्रदान की जाएगी।
- प्रयोगात्मक विषयों में कक्षा 9/10/11/12 के उपलब्ध अंकों को बोर्ड की लिखित परीक्षा के निर्धारित अंकों पर स्केल करके प्रयोगात्मक/आंतरिक मूल्यांकन के अंक (जो भी लागू होते हैं) से जोड़ा जाएगा।
- अन्य बोर्डों के परीक्षार्थियों, जिनके पूर्णांक माध्यमिक शिक्षा परिषद के विषयों से भिन्न हैं उनके प्राप्तांक का आगणन माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्णांक के सापेक्ष स्केल करके किया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी प्रमोशन फॉर्मूला को मंजूरी, शीघ्र जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल तथा इंटीमीडिएट परीक्षा 2021 का परिणाम अब शीघ्र ही जारी कर दिया जाएगा। 56 लाख से अधिक विद्यार्थियों का इंजतार सीएम योगी आदित्यनाथ की हरी झंडी के बाद अब समाप्त होने वाला है। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटर के 56 लाख विद्यार्थियों के प्रोन्नति का फार्मूला घोषित किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद छात्रों को प्रमोट करने और परिणाम घोषित करने के फॉर्मूले की मंजूरी दे दी। उपमुख्यमंत्री तथा प्रदेश के माध्यमिक व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कुल 29 श्रेणियों के फॉर्मूला तय किया गया है, जिसके तहत अब रिजल्ट बनने हैं। सभी फॉर्मेट पर काम चल रहा है, इसी कारण अब विलंब नहीं होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद अब यह गति पकड़ लेगा।
हाईस्कूल में प्रमोट करने के लिए छात्र-छात्रा के कक्षा नौ के 50 प्रतिशत तथा कक्षा दस के प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत नम्बर को जोड़कर प्रमोशन की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। इसी प्रकार से इंटरमीडिएट में प्रमोशन के लिए छात्र-छात्रा के हाईस्कूल के 50 प्रतिशत, कक्षा 11 के 40 प्रतिशत और कक्षा 12 के प्री-बोर्ड के 10 प्रतिशत नम्बर का औसत निकालकर प्रमोशन किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार कक्षा दस तथा 12वीं की परीक्षाओं को रद किया गया था। अब फॉमूला निकाल लिया गया है। इसके तहत कुल 29 श्रेणियों के अलग-अलग फॉर्मूला तय किया गया है। इंटर के परीक्षा परिणाम के लिए हाईस्कूल के 50 प्रतिशत, कक्षा 11 की वाॢषक परीक्षा के 40 प्रतिशत और कक्षा 12 के प्री बोर्ड के 10 प्रतिशत मार्क्स को आधार बनाकर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस फॉर्मूला को तय करने में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जनप्रतिनिधि, शिक्षाविदों, प्रधानाचार्य परिषद, माध्यमिक शिक्षक संघों, अभिभावक संघों तथा समस्त हित धारकों की राय के साथ ही साथ विशिष्ट ई-मेल आईडी पर सामान्य जन तथा छात्र/छात्राओं से मिले सुझाव पर विचार किया गया। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने परिणाम का ड्राफ्ट तैयार किया है। परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए गठित कमेटी को प्रदेश भर से 3910 सुझाव मिले थे। इस दौरान जब परिस्थितियां सामान्य होंगी तो इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षा देकर अपना परिणाम सुधार सकेंगे। परीक्षार्थियों से लिया गया परीक्षा शुल्क वापस नहीं किया जाएगा।
हाईस्कूल के लिए कक्षा नौ के 50 प्रतिशत और हाईस्कूल की प्री-बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक को आधार बनाकर रिजलट घोषित होगा। डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया कि जो भी छात्र इससे संतुष्ट नहीं होंगे वो बाद में परीक्षा देकर अंक में सुधार करा सकेंगे। इस बार परीक्षा नहीं हुई है इसलिए इस बार कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी। जुलाई में अंक तालिकाएं जारी की जाएगी। उच्च शिक्षण संस्थाओं में एडमिश मिल पाए इसके लिए 24 जून को सभी कुलपतियों के साथ वर्चुअल माध्यम बैठक होगी। जिसमें सरकार की तरफ से उन्हेंं निर्देश दिए जाएंगे।
इंटर परीक्षाफल का फॉर्मूला
इटरमीडिएट परीक्षा में पांच विषय वर्ग मानविकी, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि तथा व्यवसायिक वर्ग में परीक्षाएं सम्पादित होती हैं। इन विषय वर्ग में कई विषय ऐसे हैं जिनमें प्रयोगात्मक परीक्षाएं भी सम्पादित होती हैं। 2021 की परीक्षा के अंको के निर्धारण के लिए बोर्ड की वेबसाईट पर परीक्षार्थियों के कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा-11 की वार्षिक या अर्धवार्षिक परीक्षा तथा कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा एवं प्रयोगात्मक विषयों के अंक उपलब्ध हैं। इन अंको आधार पर वर्ष 2021 की इंटर परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंकों के निर्धारण का फार्मूला बना है। गैर प्रयोगात्मक विषय (अर्थात जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नही होती है) जिनका पूर्णांक 100 अंको का होता है।
1-कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत। औसत का आगणन कक्षा-10 के सम्पूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आगणित किया जायेगा।
2-कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में सम्बंधित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक।
3-कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में संबंधित विषय विशेष के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक।
इन सभी के अनुसार प्राप्त तीनो अंको को जोड़कर संबंधित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण किया जायेगा। उदाहरण के लिए यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-10 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 600 में से 300 अंक प्राप्त किये हैं तब उसका औसत अंक 300/6=50 अंक होगा। इसमें से 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 25 अंक देय होगा। कक्षा-11 में किसी विषय विशेष में यदि उसे 100 अंक में से 60 अंक मिले हैं तब उसका 40 प्रतिशत 24 अंक होगा। इसी प्रकार प्रीबोर्ड परीक्षा से कक्षा-12 में उस विषय में उसे 50 अंक मिले हैं तब उसका 10 प्रतिशत 5 अंक होगा। इस प्रकार उसके कुल अंक 100 में 25+24+5=54 होगे।
हाईस्कूल परीक्षाफल का फॉर्मूला
कक्षा दस के लिए - कक्षा 9 के 50 प्रतिशत तथा कक्षा 10 प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत अंक निर्धारित होंगे। हाईस्कूल परीक्षा में 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा 30 अंकों की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा कुल 100 अंकों की सम्पादित होती है। वर्ष 2021 की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड हैं। इसके साथ ही कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा के अन्तर्गत सम्पादित 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा कक्षा-10 की 70 अंक की लिखित प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक बोर्ड की वेबसाईट पर अपलोड है। जिनके आधार पर वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा के परीक्षार्थियों के अंकों का निर्धारण का फार्मूला निम्नवत है।
1-कक्षा-9 की 70 अंकों की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
2-कक्षा-10 की 70 अंक की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
3-वर्ष 2021 में विद्यालय स्तर पर सम्पादित 30 अंक की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक। इन सभी के औसत के पश्चात प्राप्त तीनों अंकों को जोड़कर संबंधित परीक्षार्थी के विषयवार अंको का निर्धारण होग। उदाहरणार्थ- यदि परीक्षार्थी को कक्षा-9 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 70 में से 60 अंक मिले हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 30 अंक लिए जायेंगे। कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 में से 40 अंक पाए हैं तब 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसके 20 अंक लिए जायेंगे। आन्तरिक मूल्यांकन परीक्षा में यदि उसने 30 में से 28 अंक पायें हैं तब सम्बंधित परीक्षार्थी को कुल अंक 100 में से 30+20+28=78 अंक प्राप्त होंगे।
यूपी बोर्ड : 17 फॉर्मूले पर तैयार होगा 10वीं व 12वीं का रिजल्ट
परिणाम की तैयारी
• बोर्ड ने इंटरमीडिएट के लिए जारी किया 15 फॉर्मूला
• हाईस्कूल का परिणाम दो प्रकार के फॉर्मूले पर होगा तैयार
प्रयागराज : कोरोना के कारण हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा निरस्त होने के बाद 56 लाख छात्र-छात्राओं के परिणाम का फॉर्मूला शासन ने रविवार को जारी कर दिया । उच्चस्तरीय समिति सुझाव पर यूपी बोर्ड ने 17 तरह के फॉर्मूला तैयार कर शासन को प्रस्तुत किया जिसे मंजूरी मिल गई। इनमें 12वीं के 15 और 10वीं के लिए दो फॉर्मूले शामिल हैं।
इंटर संस्थागत कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं व्यावसायिक वर्ग में गैर प्रायोगिक व प्रायोगिक विषयों के लिए अलग-अलग दो और कृषि विषयों के लिए चार फॉर्मूले हैं । कला, वाणिज्य, विज्ञान, व्यावसायिक वर्ग के प्राइवेट एवं पत्राचार शिक्षा प्रथम वर्ष के छात्र- छात्राओं के लिए दो अलग-अलग और कृषि वर्ग के लिए चार फॉर्मूले को मंजूरी मिली है।
इंटर में एक विषय से परीक्षा देने के लिए फॉर्म भरने वाले छात्रों को रिजल्ट उनकी पूर्व की 12वीं बोर्ड परीक्षा के औसत अंक के आधार पर तैयार होगा। इंटर व हाईस्कूल समकक्षता के लिए आईटीआई पास छात्रों को हिन्दी के प्राप्तांक पर परिणाम देंगे। सैनिक, जेलबंदी परीक्षार्थी और पत्राचार शिक्षा द्वितीय वर्ष प्रायोगिक व गैर प्रायोगिक के छात्रों को औसत अंक मिलेंगे।
हाईस्कूल में संस्थागत व व्यक्तिगत छात्र छात्राओं के लिए अलग-अल फॉर्मूले पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होते और अंक सुधार के लिए पुनः परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं, उन्हें 2022 की बोर्ड परीक्षा में निःशुल्क अंक सुधार के लिए एक या एक से अधिक कितने भी विषयों में परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा। उनका परीक्षाफल वर्ष 2021 का ही माना जाएगा।
जुलाई दूसरे या तीसरे सप्ताह में आ सकता है परिणाम
हाईस्कूल और इंटर का फॉर्मूला तैयार होने के साथ ही रिजल्ट का इंतजार होने लगा है। सूत्रों के अनुसार परिणाम जुलाई के दूसरे या तीसरे सप्ताह में घोषित हो सकता है।
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