फतेहपुर : बाबुओं की गलतियों का खामियाजा शिक्षकों पर, लिपिकों की मनमानी से परेशान शिक्षक
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग के बिल बाबुओं की गलती का खामियाजा शिक्षक भुगत रहे हैं । लिपिकों द्वारा पोर्टल पर गलत फीडिंग के कारण कई शिक्षकों के वेतन में कटौती हो गई है। बाबुओं की गलती के कारण न केवल विभाग बल्कि मानव संपदा पोर्टल जैसा पारदर्शी प्लेटफार्म भी सवालों के घेरे में आ रहा है ।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर मानव संपदा पोर्टल के जरिए जून माह से शिक्षकों को वेतन देने की शुरूआत की गई लेकिन पहले माह ही अनेक त्रुटियां सामने आई हैं। अनेक शिक्षकों ने वेतन में कटौती की शिकायत की है। कुछ शिक्षकों का एचआरए तो कुछ के डीए में कमी कर दी गई। फीडिंग में बाबुओं की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। खंड शिक्षा अधिकारियों ने भी समय रहते बाबुओं की इस गलती पर ध्यान नहीं दिया। अब शिक्षक इस कटौती के भुगतान के लिए संघ व अफसरों की परिक्रमा करने पर विवश हो गए हैं ।
लिपिकों की मनमानी से परेशान शिक्षक
संघ के पदाधिकारियों व शिक्षकों का कहना है कि पोर्टल के पहले जब मैन्युअली बिल बनता था तब भी बाबुओं की लापरवाही से शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ती थी। अब विभाग व बाबू वेतन कटौती भरपाई के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। शिक्षकों का आरोप है कि एरियर, चयन वेतनमान व अन्य कार्यों के लिए लिपिक गंभीरता नहीं दिखाते हैं।
पोर्टल नहीं है त्रुटि का जिम्मेदार
संघ के पदाधिकारियों का स्पष्ट रूप से कहना है कि वेतन कटौती के लिए मानव संपदा पोर्टल जिम्मेदार नहीं है । जब पोर्टल पर गलत फीडिंग ही की जाएगी तो उसी अनुरूप वेतन भी आएगा । बाबुओं व बीईओ को इसके प्रति गंभीरता दिखानी होगी।
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