माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों का खेल अनोखा, ऑनलाइन तबादला पर रिलीव करने पर रोक
■ राजकीय माध्यमिक कालेजों के शिक्षक आकांक्षी जिलों में फंसे
■ 2019 में भी नहीं हो सका था, आफलाइन हो रहे स्थानांतरण
लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों का खेल निराला है। प्रक्रिया आनलाइन है लेकिन, स्थानांतरण आफलाइन भी हो रहे हैं। कई राजकीय शिक्षकों ने आनलाइन आवेदन करके तबादले की शर्तें पूरी की, संबंधित जिलों के लिए उनका आदेश भी हो गया लेकिन, रिलीव नहीं किया जा रहा है, क्योंकि उनकी तैनाती आकांक्षी जिले में है। इन्हीं जिलों से जिन शिक्षकों का आफलाइन आदेश हुआ है उन्हें कार्यमुक्त किया जा रहा है।
राजकीय माध्यमिक कालेजों के प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों का आनलाइन आवेदन लेकर तबादले किए गए हैं। शासन ने पारदर्शिता के लिए तकनीक का सहारा लिया लेकिन, आवेदन के समय से ही खामियां सामने आई। कई जिला विद्यालय निरीक्षकों ने शिकायत की कि उनके जिले के स्कूलों में शिक्षक के रिक्त पद वेबसाइट पर प्रदर्शित नहीं है। चुनिंदा जिलों के कालेजों में रिक्त पद विभाग कई साल से रोक रहा है, बाद में इन्हीं कालेजों के लिए आफलाइन आदेश जारी करके तैनाती दी जा रही है। फतेहपुर, बलरामपुर, श्रवस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चंदौली, सिद्धार्थनगर व चित्रकूट से करीब 100 से अधिक शिक्षकों का अन्य जिलों के लिए स्थानांतरण आदेश हुआ, लेकिन रिलीव नहीं किया गया।
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