ट्विटर अभियान के बाद तबादले के लिए ज्ञापन, आकांक्षी जिलों के शिक्षकों को भी अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का दें मौका
बहराइच : आकांक्षी जनपद होने के नाते जिले में कार्यरत अन्य जनपदों के शिक्षकों का तबादला नहीं हो पा रहा है। जिसको लेकर मंगलवार से शिक्षकों ने ज्ञापन सप्ताह की शुरुआत की है। बेसिक शिक्षकों ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण पहला ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा है। शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र सौंपा।
शिक्षक प्रभात शुक्ला व रत्नेश पाल ने अपने संयुक्त संबोधन में बताया कि प्रदेश के आठ जनपदों को आकांक्षी जनपद घोषित किया गया है। जिसमें बहराइच भी शामिल है। आकांक्षी जनपद होने के नाते यहां अंतर्जनपदीय स्थानांतरण पर रोक लगा दी गई है।
आकांक्षी जनपदों के बहुतायत शिक्षक 10 वर्षों से भी अधिक समय से अपने गृह जनपद व परिवार से दूर हैं। प्रदेश में दो बार स्थानांतरण हुए हैं लेकिन नाम मात्र ही हुए हैं और इनमें आकांक्षी जनपदों से तो एक भी ट्रांसफर नहीं हुए, जिससे आकांक्षी शिक्षकों में कुंठा, हताशा और रोष का भाव पनप रहा है। स्थानांतरण न होने तक शिक्षक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। प्रथम कड़ी में ट्विटर अभियान चलाया गया था।
श्रावस्ती : अंतरजनपदीय स्थानांतरण में आकांक्षी जिलों में तैनात शिक्षकों को भी शामिल करने की मांग करते मंगलवार को शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शिवध्यान पांडेय को सौंपा गया।
शिक्षक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अंतरजनपदीय स्थानांतरण में प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों के बेसिक शिक्षकों को शामिल नहीं किया गया है। अपने घर परिवार से दूर रहकर पिछड़े क्षेत्र में सेवा करने वाले शिक्षकों को इनाम देने के बजाय दंड दिया जा रहा है।
रविशंकर पांडेय ने कहा कि ट्रांसफर न होने से आकांक्षी जिलों के शिक्षक कुंठाग्रस्त हैं। इससे उनमें रोष व्याप्त है। स्वप्निल पांडेय, अंशू रानी व आरती गुप्ता ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के सहारे अभियान चलाकर विरोध जताया जा चुका है। सरकार ने आकांक्षी जिलों के शिक्षकों के हित में उचित निर्णय नहीं लिया तो शिक्षक जमीन पर उतरकर संघर्ष करने को बाध्य होंगे शिक्षक रामगोपाल गंगवार, पौरुष सिंह, रामनरेश, अनुज त्रिपाठी, सुनीता यादव, सुषमा सैनी शारदा यादव, धर्मेंद्र कुमार, हाकिम सिंह मौजूद रहे।
No comments:
Write comments