दुर्व्यवहार से भड़के बीईओ ने सीडीओ के खिलाफ खोला मोर्चा , मुख्य सचिव को भेजा पत्र
खण्ड शिक्षा अधिकारी का था आरोप, सीडीओ ने कहा मुर्गा बना दूंगा
बैठक के दौरान दुर्व्यवहार का आरोप लगाने खंड शिक्षा अधिकारियों ने सीडीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बृहस्पतिवार को सभी बीईओ ने बीएसए कार्यालय में बैठक कर घटना पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि ऐसे अफसरों के साथ काम करना संभव नहीं है। सीडीओ की बैठक में बाबागंज के बीईओ को मुर्गा बनने के लिए कहने और कुंडा के बीईओ को खड़ा कराने से आक्रोशित साथियों ने मामले से डीेएम को अवगत कराते हुए शासन में बैठे अफसरों को पत्र लिखकर शिकायत की है।
बुधवार की शाम सीडीओ कार्यालय में खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। स्कूलों में शौचालयों के क्रियाशील नहीं होने की जानकारी होने पर सीडीओ ने नाराजगी प्रकट करते हुए सभी को फटकार लगाई। बाबागंज ब्लॉक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी कोमल यादव का आरोप है कि सीडीओ ने उन्हें मुर्गा बनाने और अन्य साथियों के लिए गधा, निकम्मा, नकारा जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। जिससे नाराज होकर वह मीटिंग छोड़कर बाहर निकल आए।
बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेशीय विद्यालय निरीक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कोमल यादव और मंत्री वीके त्रिपाठी ने सीडीओ के दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए डीएम को पत्र लिखकर सीडीओ से साथ कार्य करने में असमर्थता जताई। बीएसए कार्यालय में हुई बैठक में बीईओ ने एकजुटता दिखाते हुए सीडीओ के खिलाफ कार्रवाई होने तक आंदोलन करने की चेतावनी दी। जिलाध्यक्ष कोमल यादव ने मुख्य सचिव और महानिदेशक स्कूल शिक्षा और मंडलायुक्त को पत्र भेजकर बीईओ के आत्मसम्मान की रक्षा करने की मांग की है।
अगर कोई गलती हुई है या हमारी प्रगति ठीक नहीं है, तो अधिकारी दंड दे सकते हैं। यह उनका अधिकार है। मगर इस तरह मीटिंग में बुलाकर अपमानित करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। हम झुकने वाले नहीं हैं। अमर्यादित आचरण बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कोमल यादव, बीईओ, बाबागंज
मैंने किसी को कुछ नहीं कहा। काम नहीं करने वाले तरह-तरह के बहाने बनाते हैं। फिलहाल, लापरवाह लोगों को इस तरह खुली छूट नहीं दी जा सकती है। प्रभाष कुमार, सीडीओ
प्रतापगढ़ : नवागत मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रभाष कुमार की बुधवार शाम विकास भवन में खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ हुई बैठक तकरार का सबब बन गई। आरोपित है कि उन्होंने जहां एक खंड शिक्षा अधिकारी को लताड़ा, वहीं दूसरे को खड़ा रखा। इतना ही नहीं यहां तक कहा कि तुम लोगों से शौचालय साफ कराऊंगा और यही हाल रहा तो मुर्गा भी बना दूंगा। उधर सीडीओ ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
परिषदीय स्कूलों के कायाकल्प के संबंध में हुई बैठक दौरान जर्जर परिषदीय स्कूलों की नीलामी की प्रगति पूछे जाने पर खंड शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि दो बार टेंडर होने के बाद भी कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया। इस पर सीडीओ ने सभी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दे दी। कुंडा के खंड शिक्षा अधिकारी रतन लाल के जवाब से असंतुष्ट होकर सीडीओ ने उन्हें खड़ा होने के लिए कह दिया।
बाबागंज ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी कोमल यादव ने सफाई दी कि उनकी पत्नी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। इलाज के लिए वह लखनऊ में एक महीने थे। मंगलवार (13 जुलाई) को ही ड्यूटी पर आए हैं, इसलिए प्रगति की जानकारी नहीं दे सकते। सीडीओ ने जब उन्हें कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी तो दोनों खंड शिक्षा अधिकारी सीडीओ से यह कहते हुए बाहर निकल गए कि वह उनका अपमान कर रहे हैं। इसके बाद अन्य खंड शिक्षा अधिकारी भी चले गए। कोमल यादव ने दैनिक जागरण से कहा कि सीडीओ का लहजा अत्याधिक खराब था। वह अपने संगठन के जिलाध्यक्ष भी हैं।
उन्होंने लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश विद्यालयी निरीक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमेंद्र कुमार और महामंत्री वीरेंद्र कनौजिया को इस घटनाक्रम की जानकारी दी है। साथ ही कहा है कि डीएम, कमिश्नर और मुख्य सचिव से भी शिकायत की जाएगी।
● मुख्य विकास अधिकारी ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
● डीएम, कमिश्नर और मुख्य सचिव से खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे शिकायत
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