CBSE : भविष्य में भी सेमेस्टर, प्री-बोर्ड आधारित मूल्यांकन की तैयारी
■ छात्रों को सेमेस्टर और प्री-बोर्ड परीक्षाओं को गंभीरता से लेना होगा, लापरवाही पड़ेगी भारी
■ स्कूलों को इन परीक्षाओं के आयोजन के तुरंत बाद अंक को बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड करने होंगे
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों को अब अपनी सेमेस्टर और प्री-बोर्ड परीक्षाओं को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। यह इसलिए अहम है क्योंकि कोरोना संक्रमण का खतरा जिस तरह बना हुआ है, उसमें इसकी कोई गारंटी नहीं है कि परीक्षाएं हो पाएं। ऐसे में शिक्षा मंत्रलय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ मिलकर इससे जुड़े विकल्प पर अभी से काम शुरू कर दिया है। इसमें छात्रों की सेमेस्टर और प्री-बोर्ड परीक्षाएं अब बोर्ड की देखरेख में होंगी।
स्कूलों को ये परीक्षाएं कराने के बाद तुरंत इसके अंकों को बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड करना होगा। बोर्ड परीक्षाएं नहीं होने की स्थिति में इन्हीं अंकों के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
कोरोना के कारण पिछले डेढ़ वर्षों में छात्रों का बड़ा नुकसान हुआ है। बोर्ड के साथ-साथ दूसरी परीक्षाएं भी स्थगित हुईं। रिजल्ट से लेकर एडमिशन तक में काफी विलंब हुआ। केंद्र सरकार चाहती है कि अगर जरूरत हो तो भविष्य को लेकर अभी से तैयारी रहे ताकि छात्रों की पढ़ाई और करियर में अब देर न हो।
अधिकारियों के अनुसार नए पैटर्न के संबंध में जल्द ही सभी सीबीएसई स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। वैसे भी 2022 में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों की अभी सेमेस्टर परीक्षा नहीं हुई है, जो जुलाई अंत में या फिर अगस्त में हो सकती है। कोरोना काल परीक्षाएं आनलाइन हो रही हैं। नए फामरूले से छात्रों को अब सालभर पढ़ाई करनी होगी और सभी परीक्षाओं को गंभीरता से देना होगा।
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