अंकों की बारिश ने बिगाड़ दिया आईटीआई में प्रवेश का गणित
लखनऊ: बिना परीक्षा के हाईस्कूल में अंकों की बारिश ने आइटीआइ में प्रवेश का गणित बिगाड़ दिया है। बुधवार से होने वाली प्रवेश प्रक्रिया में मेरिट पर दाखिले को लेकर मंगलवार को मंथन किया गया। मेरिट अधिक होने से प्रवेश को लेकर मारामारी तय है।
ग्रामीण इलाकों के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने की तैयारी है। इसको लेकर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (जीआइटीआइ) में प्रवेश में ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यर्थियों को ब्लाक स्तर पर 25 फीसद आरक्षण देने की व्यवस्था की है। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से हर वर्ष आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा के आधार पर सूबे की 305 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में और तीन हजार निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रवेश होता है। हर वर्ष करीब पांच लाख से अधिक छात्र प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होते हैं और करीब एक लाख सीटों पर प्रवेश होता है।
महानिदेशक सेवायोजन एवं प्रशिक्षण ने हाईस्कूल को आधार मानकर प्रवेश करने का निर्णय लिया है। मेरिट प्रदेश, जिला व ब्लाक स्तर पर बनेगी। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। मेरिट अधिक होने से इस बार उच्चतम मेरिट प्रवेश का आधार बनेगा।
हाईस्कूल की मेरिट के आधार पर प्रवेश लेने और आनलाइन आवेदन भरे जाने का प्रस्ताव है। आरक्षण और मेरिट सहित कुछ ¨बदुओं पर अंतिम मुहर लग गई है। बुधवार से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। - एससी तिवारी,संयुक्त निदेशक व्यावसायिक शिक्षा
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