अटेवा ने पुरानी पेंशन के लिए राजनीतिक दलों को लिखा पत्र, पुरानी पेंशन व निजीकरण के मुद्दे पर अपना मत स्पष्ट करने की मांग
लखनऊ। अटेवा और एनएमओपीएस के प्रतिनिधियों ने पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण रोकने की मांग को लेकर भाजपा कांग्रेस, सपा, बसपा, आप, टीएमसी सहित कई राजनीतिक दलों को सोमवार को रजिस्टर्ड पत्र भेजा। पत्र में राजनीतिक दलों से पुरानी पेंशन व निजीकरण के मुद्दे पर अपना मत स्पष्ट करने की मांग की गई है।
ऑल टीचर्स इंप्लाइज एसोसिएशन ( अटेवा) और नेशनल मूवमेंट फॉर पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बताया कि पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस पत्र का हवाला दिया गया है, जिसमें उन्होंने बतौर सांसद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पुरानी पेंशन बहाली के लिए पत्र लिखा था। इसलिए सरकार तत्काल पुरानी पेंशन बहाली करे ।
मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव है, वहां यह मुद्दा चुनाव को बहुत प्रभावित करेगा। यदि सरकारों ने पुरानी पेंशन की मांग को अनसुना किया तो परिणाम भी भुगतना पड़ेगा। प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि तमाम दलों के लोगों ने पत्र भी लिखे हैं, वादे भी किए हैं, लेकिन अब तक उस पर अमल नहीं किया गया है।
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