उरई (जालौन) 4 अगस्त। बीएसए भ्रष्टाचार में सहयोग करने वाले अधीनस्थों को बचाने के लिए जोर लगाते है फिर चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़े। पूर्व बीईओ के खिलाफ अनियमितता की शिकायत हुई। बीएसए ने तथ्यों को छिपाकर एडी बेसिक झांसी को गलत आख्या भेज दी। गोलमोल आख्या पर नाराज एडी बेसिक ने पुनः सही आख्या मांगी, अब बीएसए में बेचैनी बढ़ गयी है ।
बेसिक शिक्षा व्यवस्था जिम्मेदारों की शिथिलता के कारण पटरी से उतरी हुई है इस पर बीएसए कार्यालय में फैला भ्रष्टाचार खूब फल फूल रहा है दिन पे दिन भ्रष्टाचार की परतें खुल रही है। भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का काम किया जा रहा है। बीएसए प्रेमचन्द्र यादव भ्रष्टाचार में सहयोग करने वालो को बचाने के लिए पूरा सहयोग देते है। पूर्व खण्ड शिक्षाधिकारी आनन्द भूषण के पास नगर कालपी ब्लाक महेवा व कदौरा का चार्ज था। उन्होने अपने कार्यकाल में बीएसए के संरक्षण में तमाम अनियमितता की । इनकी शिकायत पूर्व में चुर्खी निवासी कृष्णचंद्र त्रिपाठी ने जनसुनवाई पोर्टल पर महानिदेशक स्कूली शिक्षा से की थी । इसकी जांच एडी बेसिक को सौंपी गयी थी । उन्होने बीएसए से जांच कर आख्या भेजने के निर्देश दिए थे। बीएसए ने अपने चहेते बीईओ को बचाने के लिए जांच आख्या में तथ्यों को छुपाकर गोलमोल आख्या भेज दी। इस पर एडी बेसिक ने बेहद नाराजगी जतायी। बीएसए को पुनः जांच आख्या भेजने के लिए निर्देशित किया । अब बीएसए की रातों की नींद हराम है अगर सही जांच आख्या भेज दी तो कार्यवाही हो जायेगी। अब देखना यह है कि जांच आख्या को दबाने का काम करते है या फिर भेजते है खासतौर से अपने चहेतो को बचाने के लिए पूरी जोड़ तोड़ होती है जो इनका सहयोग नहीं करता है उसका तरह तरह से उत्पीड़न किया जाता है। फिलहाल बीएसए कार्यालय में भ्रष्टाचार की जड़े काफी गहरी है इसको जड़ से उखाड़ने के लिए कारगर कदम उठाये जाने की जरुरत है। जांचों को दबाने के लिए पूरी कवायद होती रहती है ।
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