विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री कार्यक्रमों को अपने पाठ्यक्रमों में बढावा देने को कहा
यूजीसी की बड़ी पहल : स्नातक के आखिरी सेमेस्टर में रोजगार की ट्रेनिंग अनिवार्य
इस संबंध में यूजीसी की तरफ से एक नोटिस भी जारी किया गया है. इस नोटिस में कहा गया है, "जैसा कि आप जानते हैं केंद्र सरकार की बजट 2020-21 घोषणा को ध्यान में रखते हुए नए स्नातकों को रोजगार संबंधी जरूरी ज्ञान के साथ तैयार किया जा सके. इससे छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना और कार्य के प्रति नजरिया पैदा हो. इसी को देखते हुए विश्वविद्यालयों को अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिए."
नई दिल्ली. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ी पहल करते हुए विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री कार्यक्रमों को अपने पाठ्यक्रमों में बढावा देने की गुजारिश की है. आयोग ने उच्च शिक्षण संस्थानों से कहा है कि सामान्य सामान्य डिग्री कार्यक्रमों के साथ अप्रेंटिस/इंटर्नशिप भी जोड़ें यानी अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाए.
इस संबंध में यूजीसी की तरफ से एक नोटिस भी जारी किया गया है. इस नोटिस में कहा गया है, "जैसा कि आप जानते हैं केंद्र सरकार की बजट 2020-21 घोषणा को ध्यान में रखते हुए नए स्नातकों को रोजगार संबंधी जरूरी ज्ञान के साथ तैयार किया जा सके. इससे छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना और कार्य के प्रति नजरिया पैदा हो. इसी को देखते हुए विश्वविद्यालयों को अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिए."
आपको बता दें कि अप्रेंटिस/इंटर्नशिप युक्त डिग्री और डिप्लोमा कोर्सों के बारे में केंद्रीय बजट 2021-22 में ऐलान किया गया था, जिससे कि छात्रों को और अधिक रोजगार परक बनाया जा सके. पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने अगस्त में अप्रेंटिस/इंटर्नशिप डिग्री, डिप्लोमा से जुड़ी यूजीसी की गाइडलाइन्स भी जारी की थी.
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