आपरेशन कायाकल्प को बनाना होगा जनांदोलनः ड़ीएम
योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह‚ तारामंडल में बेसिक शिक्षा परिषद के तत्वावधान में रविवार को आयोजित ‘उन्मुखीकरण कार्यशाला' के अध्यक्षीय संबोधन में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने आपरेशन कायाकल्प को जनांदोलन बनाने का संकल्प लिया॥। गोरखपुर को प्रेरक जनपद बनाने हेतु चार ब्लाक के प्रधानाध्यापकों‚ समस्त एआरपी‚ स्पेशल एजुकेटर‚ यसआरजी‚ खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक हेतु एक दिवसीय ‘उन्मुखीकरण कार्यशाला' का आयोजन जिलाधिकारी गोरखपुर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने आपरेशन कायाकल्प को जनांदोलन बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने समुदाय में विद्यालय के महत्व पर व्यापक चर्चा की। अपना विद्यालय ही प्रत्येक ग्राम सभा से एक परिवर्तन का बिन्दु बनेगा। वहीं से प्रकाश पुंज निकलेगा‚ जिसके प्रकाश के तेज से आप स्वमं गौरवान्वित होंगे। इसके लिए सभी प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को बेहतर समन्यव स्थापित करना होगा। कार्यशाला में आपरेशन कायाकल्प में प्रधानाध्यापक की महवपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए उनके उत्तरदायित्वों एवं अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। इसके लिए जनपद के सभी प्रधानाध्यापकों के लिए जनपद के समस्त ब्लाकों में १४ सितम्बर के बाद से कार्यशाला के आयोजन किया जायेगा॥। आपरेशन कायाकल्प के तहत जनपद के सभी विद्यालयों में कायाकल्प का यह संकल्प लिया गया कि हमारे विद्यालय चमक–दमक एवं भौतिक सुख–सुविधाओं के मामले में गांव में सबसे अलग और अग्रणी हों। इसके लिए ग्राम प्रधान‚ ब्लाक या अधिकारी स्तर पर हर संभव सहयोग का आश्वासन जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकोंं‚ खण्ड शिक्षा अधिकारियों‚ एआरपी सभी को कायाकल्प का योद्धा नामित करते हुए उनसे वचन लिया कि आप अपने लिए एक योद्धा की तरह संकल्पित हों। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों से अगले ४ माह में विद्यालयों के १९ पैरामीटर से संतृप्त कराने का संकल्प कराया तथा उसके लिए हर यथासंभव सहयोग का आश्वासन उन्होंने ग्राम पंचायत‚ ब्लाक‚ नगर निकाय‚ नगर पंचायत सभी स्तरों से सहयोग के लिए आशान्वित किया। ॥ जिलाधिकारी ने यह विश्वास दिलाया की जो भी मदद उनके विद्यालय के लिए आवंटित हैं‚ उन्हें शीघ्र भेजे जायेंगे तथा जो भी अधिकारी‚ कर्मचारी रुकावट या आर्थिक शोषण का प्रयास करेगा‚ उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी॥। जिलाधिकारी ने जनपद में बाढ की विभीषिका पर गहरी चिंता व्यक्त की तथा बाढ में डूबे विद्यालयों की सुरक्षा एवं साफ–सफाई मनरेगा के माध्यम से जल निकासी की बात की और कहा कि इसी वर्ष एक ऐसी व्यवस्था बनायी जायेगी जो भविष्य में हमारे विद्यालय परेशानियों का सामना न करें। उन्होंने बाढ में क्षतिग्रस्त विद्यालयों को बाढ राहत कोष से धन आवंटन करने का आश्वासन भी दिया॥। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को प्रेरणा पोर्टल का प्रयोग एवं विद्यालय की सही स्थिति लिखने की अपील की‚ जिससे की वस्तुस्थिति का पता चले तथा आवश्यक सहयोग देकर वांक्षित लIय को प्राप्त किया जा सके। स्वच्छ पेयजल आपूर्ति हेतु मिशन मोड में पानी की टंकियों को स्थापित किया जा रहा है। जल्द ही हमारे सभी विद्यालय स्वच्छ पेयजल एवं पानी की टंकियों से संतृप्त होंगे।आपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विस्तार से जानकारी देने हेतु राज्य परियोजना कार्यालय कंसल्टेंट राजीव नयन और रवि ने इसके विभिन्न आयामों पर चर्चा की गयी और उसे मार्च–२०२२ तक पूर्ण करने का विश्वास प्रकट किया। कायाकल्प के विषय में उन्होंने व्यापक चर्चा की‚ जिसमें उन्होंने सुसंगत शासनादेशों एवं बाल मैत्रिक विद्यालय के टेक्निकल मैनुअल के विषय में बताया॥। राज्य परियोजना कार्यालय के विशेषज्ञ शुभम ने मिशन प्रेरणा के विभिन्न घटकों‚ माड¬ूल तथा कक्षा कक्ष को रुपान्तरित करने वाली सामग्रियों के विषय में चर्चा की। कोविड के कारण आये लर्निंग गैप को पूरा करने के लिये समृद्ध कार्यक्रम द्वारा उसके प्रतिपूर्ति की बात रखी गयी। अगले सत्र में वरिष्ठ विशेषज्ञ माधव जी तिवारी‚ गुरविंदर सिंह एवं रंजीत सिंह के द्वारा शारदा कार्यक्रम में आउट आफ स्कूल बच्चों के चिन्हीकरण‚ नामांकन एवं उपचारात्मक शिक्षण द्वारा उन्हें मुख्य धारा में शामिल करने एवं प्रत्येक विद्यालय से एक नोडल अध्यापक नियुक्त करने की बात की गयी॥। अगले सत्र में कन्सल्टेंट आरयन सिंह के द्वारा समेकित शिक्षा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों को समर्थ कार्यक्रम के द्वारा सीखने–सिखाने की मुख्यधारा में कैसे लाया जाये‚ इस विषय में विस्तार से बताया कि प्रत्येक बच्चे की उसकी दिव्यांगता के अनुसार वैक्तिक शैक्षिक योजना का निर्माण करते हुए शिक्षण कार्य किया जाये॥। समेकित शिक्षा के अंतर्गत गोरखपुर के दृष्टिबाधित बच्चों हेतु इंटिग्रेटेड लर्निंग कैंप की चर्चा करते हुए इस मंडल एवं जिला समन्वयक विवेक जायसवाल की सराहना की॥। कार्यक्रम के अगले सत्र में सीनियर सिस्टम एनालिस्ट अजÃीम अहमद द्वारा मानव संपदा‚ प्रबंधन प्रणाली के विभिन्न घटकों एवं शिक्षकों के लिए इसकी महती उपयोगिता पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम का अंतिम सत्र‚ खुले सत्र के रूप में आयोजित हुआ‚ जिसमें विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को प्रश्न पूछने का अवसर प्रदान किया गया॥। कार्यक्रम का संयोजन जिला समन्वयक प्रशिक्षक विवेक जायसवाल द्वारा तथा कार्यक्रम का समापन अपने उद्बोधन एवं सभी को आभार ज्ञापन के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह द्वारा किया गया॥। बेसिक शिक्षा परिषद के तत्वावधान में योगीराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह तारामंडल में आयोजित ‘उन्मुखीकरण कार्यशाला'॥
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