बीएड : दाखिले के लिए पूल काउंसलिंग के बाद भी करीब एक लाख 15 हजार सीटें खाली, अब सीधे प्रवेश की तैयारी
अल्पसंख्यक बीएड संस्थाओं में 50 फीसदी सीटों पर प्रवेश परीक्षा से होंगे दाखिले
लखनऊ: बीएड पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए पूल काउंसलिंग के बाद भी करीब एक लाख 15 हजार सीटें खाली हैं। अब इन पर सीधे प्रवेश के लिए आठ नवंबर से काउंसलिंग शुरू होगी। अभ्यर्थी को 750 रुपये काउंसलिंग शुल्क जमा करना होगा। महाविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अभ्यर्थी के विवरण को सत्यापित करके नियमानुसार प्रवेश देंगे।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2021 की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि काउंसलिंग का यह तीसरा चक्र महाविद्यालय स्तर पर केवल बीएड काउंसलिंग पोर्टल के माध्यम से ही पूरा किया जाएगा। इसमें केवल वैध स्टेट-रैंक धारक अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि काउंसलिंग में उन्हें प्रवेश का मौका मिलेगा, जो अब तक मुख्य काउंसलिंग में शामिल न हुए हों। इसके अलावा मुख्य काउंसलिंग या पूल काउंसलिंग में शामिल होने के बाद भी उन्हें कोई सीट न आवंटित हो सकी है। महाविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अभ्यर्थी के विवरण को सत्यापित करके नियमानुसार प्रवेश देंगे। शुल्क महाविद्यालय स्तर पर ही जमा किया जाएगा। अभ्यर्थी का सत्यापन जेईई बीएड काउंसलिंग पोर्टल पर पंजीकृत और वैकल्पिक मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करके करना होगा।
अल्पसंख्यक बीएड संस्थाओं में 50 फीसदी सीटों पर प्रवेश परीक्षा से होंगे दाखिले
अल्पसंख्यक बीएड संस्थानों की 50 फीसदी सीटों पर दाखिले राज्य प्रवेश परीक्षा के जरिए होंगे। यदि ये संस्थान राज्य प्रवेश परीक्षा के छात्रों को प्रवेश नहीं देते हैं तो उन्हें प्रवेश परीक्षा करानी होगी और छात्रों के सत्यापन के लिए ब्योरा संबंधित विवि को भेजना होगा। यह व्यवस्था इन संस्थाओं की ओर से बीएड की 50 फीसदी सीटों पर मनमाना प्रवेश देने की शिकायतों के मद्देनजर की गई है।
बीएड प्रवेश परीक्षा की समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि कई विवि ने अल्पसंख्यक संस्थानों को प्रवेश परीक्षा से ही दाखिला लेने के निर्देश दिए हैं। 16 नवंबर से उनके लिए अलग से काउंसिलिंग कराई जाएगी। यदि ये संस्थान चाहें तो अपनी ओर से प्रवेश परीक्षा भी करा सकते हैं, लेकिन छात्रों का ब्योरा उन्हें संबंधित विवि के रजिस्ट्रार को भेजना होगा। वे सत्यापन कर छात्रों का ब्योरा लविवि को भेजेंगे।
उन्होंने बताया कि दो चरण की काउंसिलिंग के बाद 1.15 लाख सीटें रिक्त हैं। इसलिए सीधी काउंसलिंग के जरिए बीएड कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया 8 से शुरू होकर 13 नवंबर तक चलेगी। सीधी काउंसिलिंग में करीब सात अन्य कॉलेजों की भी सीटें जुड़ जाएंगी।
अल्पसंख्यक कालेजों के लिए पहली बार अलग काउसंलिंग :
लखनऊ विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक कालेजों में बीएड पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए पहली बार अलग काउंसलिंग कराएगा। इसके लिए 16 नवंबर से प्रक्रिया शुरू होगी। यह दाखिले का आखिरी चरण होगा।
प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि कई बार अल्पसंख्यक कालेज अपनी स्वयं की परीक्षा आयोजित न करके संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को वरीयता सूची से चयन करके अपनी प्रक्रिया पूरी करते हैं। बाद में प्रवेश वाले छात्रों की सूची सत्यापित करने के लिए भेजते हैं। इस प्रक्रिया में काफी समय लगता है। इसलिए इसे सरल बनाने के लिए अलग से काउंसलिंग कराई जाएगी। यदि अल्पसंख्यक संस्थान चाहें तो इस काउंसलिंग से सीटें भर सकते हैं। उनके लिए यह अनिवार्य नहीं है
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