सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 : मुख्य विषयों की बोर्ड परीक्षाएं अगले सप्ताह से, तैयारियां पूरी
CBSE Main Exam 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की मुख्य परीक्षाएं अगले सप्ताह से शुरू होने वाली हैं। 10वीं कक्षा के छात्रों के मुख्य विषयों की परीक्षाएं 30 नवंबर से 11 दिसंबर 2021 तक चलेंगी जबकि 12वीं कक्षा के छात्रों की मुख्य विषयों की परीक्षाएं एक दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेंगी। वहीं प्रयोगात्मक परीक्षाएं 30 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच आयोजित होंगी। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की टर्म 1 बोर्ड परीक्षा पहले ही शुरू हो चुकी है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक स्कूल में एक कक्ष में 12 छात्र ही परीक्षा दे सकेंगे। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डा.संयम भारद्वाज ने बताया कि 10वीं में लगभग 23 लाख तथा 12वीं में लगभग 14 लाख विद्यार्थी परीक्षा के लिए नामांकित हैं।
परीक्षा सुचारू रूप से और बाधा रहित हो इसके लिए बोर्ड ने एक तरफ जहां छात्रों का ओएमआर पर परीक्षा देने के लिए मॉक टेस्ट आयोजित किया है वहीं दूसरी तरफ स्कूल प्रबंधन को शामिल करते हुए मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया था।
बोर्ड ने कोविड-19 से उपजी स्थिति को देखते हुए कक्षाओं में परीक्षा के दौरान सामाजिक दूरी के पालन कराने का निर्णय लिया है। यह भी निर्देश दिया है कि एक कक्ष में केवल 12 विद्यार्थी ही परीक्षा देंगे। परीक्षा केंद्रों को सेनेटाइज करने और निर्धारित नियमों का पालन करने का भी निर्देश स्कूलों को दिया गया है। माइनर विषयों में कम संख्या में छात्र होते हैं जबकि मुख्य विषयों में अधिक छात्र होते हैं इसलिए स्कूल प्रशासन भी मुख्य परीक्षा के लिए अपने यहां पूरी तरह से प्रबंध कर रहे हैं।
प्रयोगात्मक परीक्षा कराएंगे स्कूल
स्कूलों में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा के तहत आयोजित प्रयोगात्मक परीक्षा में स्कूल के शिक्षक ही वहां होने वाली परीक्षा में पर्यवेक्षक होंगे। इसके अलावा बोर्ड द्वारा भी मुख्य परीक्षाओं में पर्यवेक्षक निर्धारित किए गए हैं। यह परीक्षाएं स्कूल स्वयं कराएगा।
कोविड को देखते हुए बढ़ाई परीक्षा केंद्रों की संख्या
डा.संयम भारद्वाज ने बताया कि छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र बढ़ाए गए हैं। सीबीएसई से लगभग 26 हजार स्कूल संबद्ध हैं। इसमें से लगभग 14 हजार स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। पहले यह संख्या आधे से भी कम थी। कोविड-19 से उपजी स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि माइनर विषयों के होने वाले परीक्षा का फीडबैक काफी सकारात्मक रहा। स्कूल काफी मेहनत कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्यों निजी स्कूलों में सेल्फ सेंटर है जबकि सरकारी स्कूलों में ऐसा नहीं है? उनका कहना था कि सभी निजी स्कूलों में परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है जहां बेहतर सुविधा थी और छात्रों की संख्या अधिक थी वहीं पर ऐसा किया गया है।
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