शिक्षकों को सम्मान के साथ मेधावियों को टैबलेट का इंतजार, प्रशस्ति पत्र, सेवा विस्तार प्रमाण पत्र नहीं मिलने से शिक्षकों की बढ़ी परेशानी
लखनऊ। शैक्षिक सत्र 2020 में राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को एक वर्ष बाद भी पुरस्कार नहीं मिले हैं। इसी तरह माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के मेधावियों को भी टैबलेट का इंतजार है।
शैक्षिक सत्र 2019-20 में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 73 परिषदीय शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। शिक्षकों को पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र, दो वर्ष सेवा विस्तार का प्रमाण पत्र दिया जाता है। गत वर्ष कोरोना संकट के चलते शिक्षक दिवस पर शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित नहीं किया जा सका था। वहीं इस वर्ष जिला स्तर पर सम्मान समारोह आयोजित किए गए।
करीब एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों को पुरस्कार नहीं मिला है। प्रशस्ति पत्र, सेवा विस्तार प्रमाण पत्र नहीं मिलने से शिक्षकों को परेशानी हो रही है। शिक्षकों का कहना है कि सेवा विस्तार नहीं मिलने से सम्मानित शिक्षक भी 60 वर्ष की आयु पर सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
उधर, माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा 2020 के 1500 से अधिक मेधावियों को सम्मानित किया जाना था। गत वर्ष मेधावी सम्मान समारोह भी कोविड के चलते आयोजित नहीं हो सका है। विभाग ने करीब 1500 से अधिक टैबलेट खरीद कर निदेशालय स्थित गोदाम मे रखे हैं, लेकिन मेधावियों को अभी तक प्रमाण पत्र, पुरस्कार राशि और टेबलेट का इंतजार है। विभाग अब तक तय नहीं कर सका कि मेधावियों को जिला स्तर पर टैबलेट वितरित कराए जाएं या प्रदेश स्तर पर सम्मान समारोह आयोजित कराया जाए।
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