नहीं बढ़ रही कन्वर्जन कास्ट, कब तक बनें गुणवत्तापूर्ण मिड-डे मील
पिछले कुछ महीनों में खाद्य सामग्री के दाम तेजी के साथ बढ़े हैं, लेकिन मिड-डे मील के कन्वर्जन कास्ट में कोई वृद्धि नहीं हुई है। ऐसे में बच्चों को स्कूल में विभागीय अधिकारियों के लिए चुनौती बन गया है। प्राथमिक विद्यालय में 4.97 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 7.45 रुपये प्रति बच्चों की दर से भुगतान किया जा रहा है।
कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के लिए मिड-डे मील बनाने में लगने वाली लागत (कन्वर्जन कास्ट) में वृद्धि नहीं होने से शिक्षक परेशान हैं।
बाजार में मिर्च-मसाला एक साल में काफी महंगा हो गया है तो दूध का भाव गांव में ही 50 रुपये लीटर हो चुका है। गैस सिलेंडर भी 900 रुपये से अधिक हो चुका है। सरसों का तेल बंद बोतल में 180 रुपये लीटर मिल रहा है, लेकिन बेसिक के बच्चों को आज भी गुरुजी प्राथमिक विद्यालय में 4.97 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 7.45 रुपये लागत पुरानी दरों पर ही भोजन करा रहे हैं।
मिड-डे मील की कन्वर्जन कास्ट में वृद्धि न होने से परेशानी होती है। इतनी कम लागत में गुणवत्ता पूर्ण भोजन नहीं दिया जाता है। कई बार अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन कन्वर्जन कास्ट में वृद्धि नहीं हो रही है।
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