फतेहपुर : स्कूलों की सफाई करेंगे सफाईकर्मी
फतेहपुर : डीएम ने परिषदीय स्कूलों की सफाई सुनिश्चित कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अक्टूबर 2010 के शासनादेश के अनुसार राजस्व ग्रामों में तैनात सफाईकर्मियों द्वारा निर्धारित किए गए जाब चार्ट के अन्तर्गत विद्यालय के भीतरी परिसर की भी सफाई कराई जाए।
एमडीएम प्राधिकरण के निदेशक के पत्र का संज्ञान लेते हुए डीएम अपूर्वा दुबे ने डीपीआरओ से कहा है कि अक्टूबर 2010 के शासनादेश में सफाईकर्मियों को विद्यालय के बाहरी परिसर के साथ ही भीतरी परिसर की सफाई के निर्देश भी दिए गए थे। उन्होंने कहा कि राजस्व ग्राम के सफाईकर्मियों से शासनादेश के अनुसार स्कूलों की सफाई कराई जाए।
गौरतलब है कि इस आदेश में स्पष्ट था कि सफाईकर्मियों द्वारा परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के भीतरी एवं बाहरी परिसर की सफाई की जाएगी। इसके बावजूद सफाईकर्मी भीतरी परिसर की सफाई में दिलचस्पी नहीं लेते हैं।
रसोईयों को करनी पड़ती है सफाई
एमडीएम प्राधिकरण ने कहा कि कई स्कूलों में तैनात रसोईयों को खाना बनाने के साथ कक्षा कक्षों व परिसर की सफाई भी करनी पड़ती है जबकि यह कार्य सफाईकर्मियों का है। बीएसए ने भी डीपीआरओ को पत्र लिखकर शासनादेश की याद दिलाई है। रसोईयों द्वारा सफाई के काम में जुटने के कारण न केवल उनकी व्यक्तिगत स्वच्छता प्रभावित होती है बल्कि इससे भोजन पकाने में भी देरी होती है। जिसका सीधा प्रभाव स्कूल की व्यवस्था पर पड़ता है।
सालों से नहीं पहुंचे सफाई कर्मी
बिडंबना यह है कि कई राजस्व ग्रामों व ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मियों की या तो तैनाती ही नहीं है या फिर वे कार्यालय में अटैच रहकर मूल काम से दूर रहते हैं। अनेक स्कूलों के शिक्षकों ने बताया कि कई सालों से सफाईकर्मी उनके स्कूल ही नहीं आए हैं। इस स्थिति में रसोईयों से परिसर की सफाई कराना मजबूरी है।
फतेहपुर : परिषदीय स्कूलों की सफाई में लापरवाही पर रुकेगा वेतन
फतेहपुर : जिला पंचायत राज अधिकारी ने डीएम के निर्देश का पालन करते हुए सभी एडीओ पंचायत को निर्देश दिया है कि परिषदीय स्कूलों की सफाई में लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने सफाईकर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हेडमास्टर ने सफाई के सम्बन्ध में कोई शिकायत की तो उस माह का वेतन रोक दिया जाएगा।
डीएम ने बीते दिनों परिषदीय स्कूलों की सफाई सुनिश्चित कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया था कि अक्टूबर 2010 के शासनादेश के अनुसार राजस्व ग्रामों में तैनात सफाईकर्मियों द्वारा निर्धारित किए गए जाब चार्ट के अन्तर्गत विद्यालय के भीतरी परिसर की भी सफाई कराई जाए। डीएम अपूर्वा दुबे ने अक्टूबर 2010 के शासनादेश का पालन किए जाने को कहा था। उन्होंने कहा कि राजस्व ग्राम के सफाईकर्मियों से शासनादेश के अनुसार स्कूलों की सफाई कराई जाए। गौरतलब है कि इस आदेश में स्पष्ट था कि सफाईकर्मियों द्वारा परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के भीतरी एवं बाहरी परिसर की सफाई की जाएगी। इसके बावजूद सफाईकर्मी भीतरी परिसर की सफाई में दिलचस्पी नहीं लेते हैं।
No comments:
Write comments