यूपी बोर्ड : स्कूलों ने ओएमआर पर नहीं कराई परीक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत किया गया था बदलाव
प्रयागराज : यूपी बोर्ड से जुड़े अधिकांश स्कूलों ने कक्षा नौ की अर्द्धवार्षिक परीक्षा ओएमआर शीट पर नहीं कराई। विद्या भारती से जुड़े और कुछ राजकीय स्कूलों को छोड़ दें तो अधिकांश सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों और वित्तविहीन स्कूलों ने बोर्ड का आदेश नहीं माना। बोर्ड भी स्कूलों को आदेश देकर भूल गया और पूछने की जहमत नहीं उठाई की कितने स्कूलों ने ओएमआर शीट पर परीक्षा कराई है।
नवंबर के प्रथम सप्ताह में बोर्ड का आदेश आने के बाद ही स्कूलों ने हाथ खड़े कर दिए थे। सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रधानाचार्यों का कहना है कि बजट नहीं होने के कारण यह संभव नहीं। कुछ स्कूलों ने ओएमआर की फोटो कॉपी पर बच्चों की परीक्षा कराई है। कुछ स्कूलों के बच्चों ने तो अपनी जेब से ओएमआर की फोटो कॉपी के पैसे दिए।
बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव करते हुए कक्षा 9 की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराने के आदेश दिए थे। 70 अंकों के प्रश्नपत्र में से 20 अंक के बहु विकल्पीय प्रश्न (मल्टीपल च्वॉयस क्वेश्चन) के उत्तर ओएमआर शीट पर देने थे।
कक्षा नौ की अर्द्धवार्षिक परीक्षा ओएमआर शीट पर नहीं कराई जा सकी। संसाधनों की कमी के कारण यह संभव नहीं।
-बृजेश शर्मा प्रदेश अध्यक्ष प्रधानाचार्य परिषद
विद्या भारती के स्कूलों ने ओएमआर शीट पर परीक्षा कराई है। बाजार में उपलब्ध ओएमआर खरीदवा कर उस पर प्रश्न हल करवाए गए।
-युगल किशोर मिश्रप्रधानाचार्य ज्वाला देवी रसूलाबाद
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