ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए यूपी के स्कूलों में सतर्कता बढ़ी, जारी की गई नई गाइडलाइन
कोविड के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश में संचालित समस्त शिक्षा बोर्डों के विद्यालयों में भौतिक पठन-पाठन प्रारंभ किए जाने के संबंध में (SOP) दिशा निर्देश जारी।
अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल जाएंगे विद्यार्थी, ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच माध्यमिक शिक्षा विभाग की गाइडलाइन जारी
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिक्षा विभाग भी सतर्क हो गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने रविवार को स्कूल खोलने की गाइडलाइन नए सिरे से जारी की है।
विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने शासनादेश जारी करते हुए कहा है कि विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही विद्यालय जाए। ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएं। छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग स्कूलों का रोजाना सैनिटाइज जरूरी है। खांसी, जुकाम, बुखार की दशा में स्कूल न बुलाएं व विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए बाध्य न किया जाए।
कोविड-19 के मद्देनजर शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस बाबत पत्र जारी किया है।
ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सभी माध्यमिक विद्यालयों को खोलने से पूर्व उन्हें सैनिटाइज किए जाने के निर्देश दिए गए हैं और यह प्रक्रिया प्रतिदिन नियमित रूप से सुनिश्चित की जानी है। साथ ही विद्यार्थियों को उनके अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही विद्यालय बुलाया जाए।
कोविड-19 के मद्देनजर शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को इस बाबत पत्र जारी किया है। विद्यालयों में हैंडवॉश, सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
साथ ही विद्यार्थियों को पंक्तिबद्ध करते हुए और विद्यालय के अंदर भी कम से कम छह फीट की शारीरिक दूरी का पालन किया जाए। विद्यालय में अगर एक से अधिक प्रवेश द्वार हों तो उनका उपयोग सुनिश्चित किया जाए। स्कूली वाहनों को दिन में कम से कम दो बार सैनिटाइज किया जाए। साथ ही सभी शिक्षक, विद्यार्थी एवं अन्य कर्मचारी अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें।
प्रयागराज। ओमिक्रॉन का खतरा देख सभी माध्यमिक स्कूल खोलने से पूर्व उन्हें सेनेटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं और यह प्रक्रिया रोज नियमित करनी होगी। विद्यार्थियों को बुलाने के लिए उनके अभिभावकों की फिर लिखित सहमति लेने के बाद ही बुलाया जाए।
कोविड-19 के मद्देनजर शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों और डीआईओएस को इस बाबत पत्र जारी किया है।
No comments:
Write comments