बेसिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन, जानिए क्या हैं मांगें?
🆕 Update
योगी सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग में पहली शिक्षक भर्ती 68500 पदों की आयी थीं. इस भर्ती में करीब 22 हजार पद खाली रह गए थे. इसकी वजह ये थी कि जो कट ऑफ विभाग ने तय की थी वहां तक पूरे पदों के बराबर अभ्यर्थी ही नही मिले. खाली पदों को लेकर हाल ही में विभाग ने नई भर्ती लाने का ऐलान किया है. इसको लेकर आज भी विधानसभा मार्ग पर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार उस भर्ती की कट ऑफ कम करके उसी भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों से पद भरे. जबकि सरकार पहले ही कह चुकी है कि सवाल इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य का है. ऐसे में शिक्षकों की गुणवत्ता और मानक से समझौता नहीं हो सकता. अभ्यर्थी कोर्ट भी जा चुके हैं लेकिन वहां भी राहत नही मिली. इसके बाद से ये लोग लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
जानिए- क्या है मामला?
अभ्यर्थियों का एक समूह 12,460 पदों की शिक्षक भर्ती से जुड़ा है. अभ्यर्थियों ने बताया कि उनकी भर्ती दिसंबर 2016 में आयी थी. मार्च 2017 में कॉउंसलिंग हुई. इनके अनुसार, एक अप्रैल को जॉइनिंग लेटर मिलना था. लेकिन तभी सरकार बदली और वर्तमान बाजेपी सरकार ने भर्ती की समीक्षा के नाम पर प्रक्रिया रोक दी. जब अभ्यर्थियों ने हंगामा किया तो साल 2018 में फिर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई. करीब 6 हजार को नियुक्ति भी मिल गयी लेकिन इसके बाद कुछ अन्य अभ्यर्थी तकनीकी पेंच फंसकर इस मामले को कोर्ट ले गए. तबसे इस भर्ती का मामला हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में है. अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार सही से पैरवी करे तो भर्ती पूरी हो सकती है.
धरना प्रदर्शन की वजह से लगा जाम
धरना प्रदर्शन की वजह से विधानसभा मार्ग पर ट्रैफिक जाम होने लगा. तत्काल पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर अभ्यर्थियों को उठाया तो वो सामने ही स्थित बीजेपी कार्यालय का घेराव करने लगे. बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर हटाया.
68500 पदों में खाली बचे थे हजारों पद, खाली बचे पदों पर भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने घेरा विधानभवन
⚫ 2018 के शासनादेश में 30-33 पास पर भर्ती की कही गई थी बात
⚫ 26 हजार पद उस भर्ती में खाली रह गए थे, उसी में भर्ती की मांग की
⚫ ईको गार्डन भेजे गए प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी
लखनऊ : प्राथमिक शिक्षकों के 12460 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने मंगलवार को एक बार फिर से विधानभवन के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। अपनी मांगों के समर्थन में अभ्यर्थी विधानभवन के सामने सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने इन्हें बसों में भरकर ईको गार्डेन भेज दिया। अभ्यर्थियों ने बताया कि 2016 की शिक्षक भर्ती छह सालों में अभी तक पूरी नहीं हुई है। भाजपा सरकार ने 2018 में छह हजार पद भरे। अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में बचे 6460 पदों पर को भी भरे जाने की मांग की।
लखनऊ : सहायक शिक्षक के 68500 पदों में शेष बचे 26 हजार पदों पर इस भर्ती के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार दोपहर अभ्यर्थियों ने विधानभवन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आदित्य पांडे ने बताया कि 68500 शिक्षक भर्ती में अभी करीब 26 हजार सीटें बची हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने 21 मई 2018 को शासनादेश जारी किया था। इसके मुताबिक सामान्य व ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 33 प्रतिशत और एससी व एसटी के लिए 30 प्रतिशत उत्तीर्णांक (पासिंग नम्बर) पर सफल माना गया था। तूफान सिंह ने 68500 शिक्षक भर्ती की बची हुई 26 हजार सीटों को 30 व 33 प्रतिशत पासिंग नम्बर वाले इसी भर्ती वाले अभ्यर्थियों से भरे जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। आशुतोष वर्मा, अखिल मौजूद थे।
No comments:
Write comments