निर्वाचन आयोग के दबाव के बाद बीईओ के बंपर तबादलों पर BEO संघ खफा, तबादलों को रद्द करने की मांग।
लखनऊ। खण्ड शिक्षा अधिकारी संघ ने आरोप लगाया है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए शिक्षा निदेशालय ने नौ जनवरी को 446 खण्ड शिक्षा अधिकारियों का तबादला कर दिया। संघ के महासचिव वीरेन्द्र कनौजिया ने कहा है कि स्थानान्तरण की प्रक्रिया में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन किया गया।
निर्वाचन आयोग ने कहा था कि ऐसे अधिकारी जिनका चुनाव में तीन वर्ष से अधिक ठहराव या चुनाव को सीधे प्रभावित करते है, उनका स्थानान्तरण 31 दिसम्बर तक किया जाए, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया। संघ ंने इस तबादले को रद्द करने की मांग की है।
निर्वाचन आयोग ने 31 अक्तूबर को ही आदेश जारी किए थे कि किसी भी जिले में तीन वर्षों से अधिक समय से कार्यरत अधिकारियों का दूसरे जिले में तबादला कर दिया जाए, BEO संघ का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग इस आदेश की अनदेखी करते हुए चुनाव आचार संहिता जारी होने का इंतजार करता रहा।
विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात 400 से अधिक खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के समेत शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में कार्यरत क्लर्कों के तबादले कर दिए गए हैं। हालांकि तबादले के तबादले के आदेश पर सात जनवरी की तारीख अंकित है, लेकिन ट्रांसफर होने वाले अधिकारियों को शनिवार देर रात तक इसकी जानकारी नहीं थी।
निर्वाचन आयोग ने 31 अक्तूबर को ही आदेश जारी किए थे कि किसी भी जिले में तीन वर्षों से अधिक समय से कार्यरत अधिकारियों का दूसरे जिले में तबादला कर दिया जाए, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग इस आदेश की अनदेखी करते हुए चुनाव आचार संहिता जारी होने का इंतजार करता रहा। अपर निदेशक बेसिक शिक्षा ललिता प्रदीप की ओर से तबादले का आदेश जारी किए जाने के बाद अफसरों में इस बात को लेकर उहापोह की स्थिति है।
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