पर्चा लीक में सात के खिलाफ चार्जशीट तैयार
टीईटी पर्चा लीक मामले में एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट में मिले तथ्य सम्बन्धित थानों को उपलब्ध करा दिये हैं।
इसी आधार पर तीन जिलों की पुलिस ने मुख्य आरोपी परीक्षा नियामक प्राधिकरण के सचिव संजय उपाध्याय, प्रिन्टिंग प्रेस का ठेका लेने वाले राय अनूप प्रसाद और एक साल्वर समेत सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है। कानूनी औपचारिकता पूरी होते ही पुलिस चार्जशीट को कोर्ट में पेश कर देगी। एसटीएफ ने जांच में कई वैज्ञानिक साक्ष्य पुलिस को दिये हैं।
28 नवम्बर को टीईटी का पर्चा लीक होने पर पूरी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। इसमें संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद की गिरफ्तारी से हड़कम्प मच गया था। एसटीएफ और पुलिस 52 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। एसटीएफ की जांच में सामने आया था कि छपाई से लेकर परीक्षा केन्द्र तक पर्चा पहुंचने की सारी जानकारी गोपनीय रखी गई थी। पर, साजिशकर्ताओं के साथ शामिल दो अफसरों को यह पता था कि इस परीक्षा का पर्चा लीक होना है। यह पर्चा कहां से और कैसे लीक कराया जायेगा, इस बारे में सब पहले से तय था। इन तथ्यों के आने के बाद ही एसटीएफ की रडार पर कई और लोग भी आ गये हैं। इनके बारे में सुबूत जुटाये जा रहे हैं।
इन जिलों में चार्जशीट तैयार
लखनऊ, प्रयागराज और बरेली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है। जल्दी ही इसे कोर्ट में पेश कर दिया जायेगा। चार्जशीट में वैज्ञानिक साक्ष्यों का भी जिक्र किया गया है ताकि कोर्ट में मजबूत पैरवी की जा सके।
टीईटी पेपर लीक का मुख्य आरोपी अभी पकड़ से दूर
एसटीएफ जांच
● किसने पेपर लीक किया, इसका जवाब भी एसटीएफ के पास नहीं
● पुलिस 50 से अधिक लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी
नोएडा : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ और पुलिस की टीमें अभी तक भी मुख्य आरोपी तक नहीं पहुंच सकी हैं। सबसे बड़ा सवाल अभी तक अनसुलझा है कि यह पेपर सबसे पहले कहां से लीक हुआ था और किसने इस पेपर को लीक कराने में अहम भूमिका निभाई थी और इसे सॉल्वरों को उपलब्ध किसने कराया था।
एसटीएफ अधिकारियों की मानें तो अभी तक उस व्यक्ति को चिह्नित नहीं किया जा सका है, जिसने सबसे पहले पेपर लीक किया था। इसे लेकर जांच चल रही है और अब तक गिरफ्तार हो चुके 54 आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है।
एसटीएफ की नोएडा टीम ने इस मामले में मुख्य आरोपी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय और राय अनूप प्रसाद को रिमांड पर लिया था और उनसे पूछताछ की थी। इस दौरान राय अनूप प्रसाद की दिल्ली स्थित फर्म से टीईटी के पेपरों के दो बंडल बरामद हुए थे।
यह है मामला: 28 नवंबर को उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद यह परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। इस मामले की जांच में जुटी नोएडा एसटीएफ ने बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय समेत 54 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया है।
इस मामले में प्रदेश में दर्ज सभी मुकदमों की जांच एसटीएफ को मिल चुकी है।
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