जिम्मेदारों की संवेदनहीनता पड़ रही भारी, पति पत्नी में एक की ड्यूटी काटने का आदेश हवा हवाई
'हम दो' चुनाव कराएंगे तो बच्चे कौन देखेगा? जिम्मेदारों ने ओढ़ रखी संवेदनहीनता
✍️ देखें निर्वाचन आयोग का पत्र
प्रयागराज : विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारी पति-पत्नी की एकसाथ ड्यूटी लगने से सैकड़ों लोग परेशान हैं। पति या पत्नी में किसी एक को ड्यूटी से मुक्त रखने के लिए लगातार आवेदन आ रहे हैं, और जिम्मेदार ने चुप्पी ओढ़ रखी है।
कर्मचारियों का कहना है कि अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी चन्द्रशेखर ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (जिलाधिकारियों ) को पत्र लिखकर चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद पति पत्नी दोनों की ड्यूटी लगा दी गई है। पिछले साल अप्रैल में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी निर्वाचन आयोग ने पति-पत्नी में से किसी एक को निर्वाचन ड्यूटी से मुक्त रखने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के निर्देश दिए थे लेकिन पति-पत्नी की ड्यूटी एकसाथ लगा दी गई थी।
निर्वाचन आयोग के फैसले की अनदेखी : जनपदों में दंपतियों की लगाई चुनाव ड्यूटी को काटने में जिम्मेदार कर रहे आनाकानी
✍️ देखें निर्वाचन आयोग का पत्र
निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों को अनदेखा कर दंपतियों की ड्यूटी आगामी विधानसभा चुनाव में लगा दी है। इसको लेकर जनपदों में बड़ी संख्या में शिक्षक दंपति अधिकारियों के पास किसी एक की ड्यूटी कटवाने को लेकर चक्कर लगाने को मजबूर हैं। ज्ञात हो कि मुख्य निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव में कर्मिक दंपति में से किसी एक की ड्यूटी लगाने के निर्देश हैं।
तमाम ऐसे मामले हैं जहां इन निर्देशों की अनदेखी हुई है। इतना ही नहीं जब शिक्षक दंपती ने ड्यूटी कटवाने की कोशिश की तो उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है।
अब किसी दंपती के सामने छोटे बच्चे की देखभाल तो किसी के सामने बूढ़े माता पिता की देखभाल की समस्या है। इसे लेकर दंपतियों का कहना है कि किसी एक की ड्यूटी चुनाव से हटाई जानी चाहिए। फिलहाल अधिकारियों पर शिक्षक दंपतियों की इन समस्याओं को कोई असर होता नहीं दिख रहा है। परेशान कर्मचारी ड्यूटी हटवाने के लिए निर्वाचन आयोग के दफ्तर के चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं।
✍️ देखें निर्वाचन आयोग का पत्र
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