निर्णय : दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन होगी - सुप्रीम कोर्ट
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सीबीएसई और अन्य बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी। सुप्रीम कोर्ट ने ऑफलाइन परीक्षाएं रद्द करने की मांग से जुड़ी याचिका बुधवार को खारिज कर दी। अदालत ने कहा कि ऐसी याचिकाओं से छात्र-छात्राओं के बीच गलत उम्मीदें बंधती हैं।
फैसला
● सुप्रीम कोर्ट ने ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने संबंधी अर्जी खारिज की
● कहा,ऐसी याचिका से छात्रों में झूठी उम्मीदें बंधती हैं और भ्रम फैलता है
जस्टिस एएम खानविल्कर की पीठ ने कहा- ऐसी याचिका दायर करने पर जुर्माना भी लगा सकते हैं। छात्रों और अफसरों को अपना-अपना काम करने देना चाहिए। वे हर चीज पर नजर रखे हुए हैं और उचित समय पर परीक्षा की तिथियां घोषित करेंगे। छात्र पूरी तरह निश्चित रहें। पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा, आप प्राधिकरण को काम करने से रोकना चाह रहे हैं।
बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन होगी या नहीं, सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला
नई दिल्ली:- 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी या नहीं, इसका फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगा। सर्वोच्च अदालत ने छात्रों की याचिका स्वीकार करते हुए कहा कि जस्टिस ए एम खानविलकर की पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी।
मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह आदेश दिया है। याचिका में सभी राज्य बोर्ड सीबीएसई और आईसीएसई की 10वीं और 12वीं बोर्ड की शारीरिक तौर पर परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि कोरोना के कारण कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की गई, लिहाजा ऑफलाइन परीक्षा कराना ठीक नहीं। ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित करने से छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और वह अपने परिणाम को लेकर बेहद तनाव में आ सकते हैं।
आंतरिक मूल्यांकन से परीक्षा परिणाम जारी हो
याचिकाकर्ता ने दावा किया कि छात्र ऑफलाइन परीक्षाएं कराने के फैसले से दुखी हैं। पिछले शैक्षणिक परिणाम और आंतरिक मूल्यांकन के जरिए परीक्षा के परिणाम जारी किए जाएं।
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