जानिए क्या है प्रधानमंत्री e-VIDYA योजना? बच्चों को किस तरह मिलेगा इसका लाभ
अचानक से बढ़ता संक्रमण और उस पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा लगाए गये लॉकडाउन ने बनी-बनाई व्यवस्था को हिला कर रख दिया. भारत में इस एजग्रुप में 13 करोड़ से अधिक स्टूडेंट्स आते हैं, जो अपना भविष्य तय करने की राह पर थे और अभी भी हैं और जिन्हें बेहतरीन शिक्षा के साथ रोजगार के पूरे अवसर भी चाहिए. मगर इस बढ़ती महामारी ने सब कुछ बर्बाद कर छोड़ दिया है.
🔴 अब ऑनलाइन होगी बच्चों की पढ़ाई
इन्हीं बातों के साथ कई अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए आज यूनियन बजट 2022-2023 सरकार द्वारा पेश किया गया. बजट के दौरान ये ऐलान किया गया कि प्रधानमंत्री ई-विद्या योजना के तहत एक चैनल,एक क्लास योजना शुरू करेगी. जिसके तहत 200 ई-विद्या टीवी चैनल खोले जाएंगे. इस योजना का लाभ उठाकर कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक के बच्चे ऑनलाइन पढ़ सकते हैं. इसके साथ ही बच्चों को क्षेत्रीय भाषा में भी शिक्षा सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बच्चों को फिर से स्कूल और पढ़ाई से जोड़ना है, ताकि महामारी से जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जा सके.
ऑनलाइन क्लास की कीमत इतनी अधिक होती है कि हर माँ-बाप ये खर्चा उठाने में असमर्थ होते हैं. ऐसे में सरकार द्वारा चलाई गई ये योजना ग्रामीण और माध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों के लिए बेहद ही लाभदायक साबित हो सकती है.
पीएम ई-विद्या योजना के अंतर्गत वन क्लास वन टीवी चैनल कार्यक्रम में 12 से बढ़ाकर 200 टीवी चैनलों के माध्यम से छात्रों को शिक्षा देने का काम किया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार यानी एक फरवरी को आम बजट 2022-23 की घोषणा कर दी. कोरोना काल में दूसरी बार यूनियन बजट डिजिटल माध्यम से पेश किया गया. और बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देते हुए 'पीएम ई-विद्या' योजना की घोषणा की.
वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के चलते स्कूल कॉलेज और अन्य सभी शैक्षिक संस्थान लंबे समय तक बंद रहे, जिसका असर हर एक वर्ग के छात्र की शिक्षा पर पड़ा है. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समेत अन्य कमजोर वर्ग के छात्रों की पढ़ाई करीब दो साल से महामारी के चलते प्रभावित हुई है.
200 टीवी चैनल के जरिए मिलेगी शिक्षा
उन्होंने कहा कि ज्यादातर सरकारी स्कूलों के बच्चों की शिक्षा महामारी के चलते प्रभावित हुई है, ऐसे में मौजूदा समय को देखते हुए शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए पीएम ई-विद्या योजना लागू की जा रही है. जिसके अंतर्गत वन क्लास वन टीवी चैनल कार्यक्रम में 12 से बढ़ाकर 200 टीवी चैनलों के माध्यम से छात्रों को शिक्षा देने का काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि भले ही हर एक क्षेत्र में छात्र इंटरनेट तक नहीं पहुंच पाते, लेकिन टीवी लगभग सभी क्षेत्रों में मौजूद है. लगभग सभी घरों में टीवी होता है, अपनी अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में लोग टीवी देखते हैं ऐसे में टीवी चैनल के माध्यम से क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान की जाएगी.
शुरू होंगे क्रिएटिविटी कोर्स
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि साल 2022-23 में छात्रों के कौशल को बढ़ावा देने के लिए वोकेशनल कोर्सेज और क्रिएटिविटी कोर्स शुरू किए जाएंगे, विज्ञान और गणित भाषा में 750 वर्चुअल लैब और 75 कौशल ई-प्रयोगशालाएं शुरू की जाएंगी. डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देते हुए शिक्षक डिजिटल मोड से उपलब्ध होंगे और इंटरनेट, मोबाइल फोन, टीवी रेडियो के माध्यम से छात्रों को उनकी क्षेत्रीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाली ई शिक्षा सामग्री उपलब्ध होगी, यानी कि हर एक क्षेत्र में छात्रों को अपनी क्षेत्रीय भाषा में डिजिटल शिक्षा मिल सकेगी.
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