घूस मांगने पर BEO निलंबित, कम्पोजिट ग्रांट की धनराशि में 10 प्रतिशत कमीशन मांगने और सेवानिवृत्त होने वाली शिक्षिका से 50 हजार रुपये की मांग का आरोप
प्रयागराज। परिषदीय स्कूलों में खेलकूद सामग्री की केन्द्रीयकृत खरीदारी व कम्पोजिट ग्रांट की धनराशि में 10 प्रतिशत कमीशन मांगने और सेवानिवृत्त होने वाली शिक्षिका से 50 हजार रुपये घूस मांगने के मामले में गाजीपुर जिले के करंडा विकास खंड के खंड शिक्षाधिकारी रमेश कुमार श्रीवास्तव को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया।
अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) ललिता प्रदीप की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि निलबंन अवधि के दौरान रमेश कुमार श्रीवास्तव जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जौनपुर से संबद्ध रहेंगे। प्रकरण की जांच मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक वाराणसी को दी गई है।
गाजीपुर : रिश्वतखोरी में खण्ड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव और उसके दो सहयोगी अध्यापक हुए निलम्बित
गाजीपुर। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को दो अध्यापकों को पैसा मांगने को लेकर वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए। दोनो अध्यापकों को निलंबित कर दिया है। प्राथमिक विद्यालय बड़सरा के अध्यापक राजेश सिंह का करन्डा के खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव का नाम लेकर लेन-देन की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसका संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगी थी।
ये मामला करन्डा विकास खंड के सोकनी कम्पोजिट विद्यालय की शिक्षिका ललिता देवी का 31 मार्च 2022 को रिटायरमेंट से संबंधित है।शिक्षिका का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी ने रिकार्ड सही करने के एवज में 50 हजार रुपये की डिमांड की थी। इस मामले में अध्यापक राजेश सिंह फोन करके दबाव बना रहे थे। बताया गया कि शिक्षिका के बेटे ने ऑडियो वीडियो बना लिया। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि करन्डा ब्लॉक के शिक्षकों ने सामूहिक रुप से शिकायत पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को देकर खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव पर आरोप लगाया कि विद्यालय निरीक्षण के दौरान कम्पोजिट ग्रांट का 10% रिश्वत की मांग की जाती है।
सूत्र बताते हैं कि खंड शिक्षा अधिकारी रमेश श्रीवास्तव और उनकी रिश्वतखोर टीम मे कई शिक्षक शिक्षिका के नाम जल्द ही उजागर होंगे। शासन द्वारा विद्यालय पर भेजे गए कम्पोजिट ग्रांट मे मनोज सिंह का भी रिश्वत के रूप में पैसे मांगने का ऑडियो वायरल हो गया। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने मीडिया को बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी करण्डा रमेश श्रीवास्तव, अध्यापक राजेश सिंह और मनोज सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर: कमीशनखोरी के मामले में खंड शिक्षाधिकारी व दो शिक्षक निलंबित
गाजीपुर। बेसिक शिक्षा निदेशक ने शिक्षिका से 50 हजार और कंपोजिट स्कूलों को शासन से जारी ग्रांट से दस प्रतिशत कमीशन मांगने पर खंड शिक्षा अधिकारी करंडा (बीईओ) रमेश कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है। उन्हें जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान जौनपुर से अटैच कर दिया है। साथ ही इस प्रकरण की जांच मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) वाराणसी को सौंपी गई है। उधर, उक्त दोनों प्रकरण में संलिप्त बीईओ के खास दोनों शिक्षकों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया। इससे अन्य ब्लाकों में भी वसूली करने वाले खंड शिक्षा अधिकारियों में खलबली मची है।
अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) ललिता प्रदीप ने निलंबन आदेश जारी कर कहा है बीईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच कराई गई। बीएसए ने जांच कर अवगत कराया है कि करंडा ब्लाक के सोकनी कंपोजिट विद्यालय की सहायक अध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक ललिता देवी से 50 हजार रुपये की मांग का आडियो-वीडियो उपलब्ध कराने के बाद भी बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय बड़सरा के शिक्षक राजेश सिंह के खिलाफ दंडनात्मक कार्रवाई नहीं की, जो प्रथमदृष्टया इनकी प्रशासनिक अक्षमता व संलिप्तता का द्योतक है। साथ ही बेसिकि ब्लाक के कंपोजिट विद्यालयों के लिए शासन से जारी ग्रांट में दस फीसद कमीशन मांगने की भी शिकायतें मिली है।
उक्त दोनों प्रकरण में निलंबन की कार्रवाई की गई है। बीईओ के निलंबन आदेश से पहले बीएसए ने करंडा ब्लाक के सोकनी कंपोजिट विद्यालय की सहायक अध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक ललिता देवी का 31 मार्च को सेवानिवृत्ति देयकों के प्रपत्र अग्रसारित करने के नाम पर 50 हजार रुपये मांगने के मामले में संलिप्त सहायक अध्यापक राजेश सिंह को निलंबित कर दिया है। वहीं कंपोजिट विद्यालय के लिए जारी ग्रांट से कमीशन देने का दबाव बनाने वाले बीआरसी पर स्थित विद्यालय के सहायक अध्यापक मनोज कुमार सिंह को भी सस्पेंड कर दिया है।
करंडा बीईओ ने मांगा था दस फीसद कमीशन
बीईओ करंडा के भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगी हैं। पहले शिक्षिका की पेंशन पत्रावली अग्रसारित करने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग के बाद कंपोजिट स्कूलों के लिए जारी ग्रांट में कमीशन मांगने का मामला सामने आ गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय महाबलपुर के प्रधानाध्यापक यदुनाथ और कन्या विद्यालय गजाधरपुर के सहायक अध्यापक अनिल कुमार सहित 20 अन्य प्रधानाध्यापकों ने 22 मार्च को बीएसए को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि शासन से कंपोजिट विद्यालयों के लिए जारी ग्रांट में खंड शिक्षा अधिकारी करंडा रमेश कुमार श्रीवास्तव के लिए 10 प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा है।
बीआरसी पर स्थित विद्यालय के सहायक अध्यापक मनोज कुमार सिंह प्रधानाध्यापकों को फोन कर जल्द से जल्द कमीशन का पैसा जमा करने का दबाव बना रहे हैं। शिक्षकों ने वाट्सएप चैट व रिकार्डिंग भी सौंपा। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने दोनों प्रकरण में बीईओ के खिलाफ 23 मार्च को पूरे प्रकरण की रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी। जिस पर निदेशालय ने कार्रवाई की।
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