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Thursday, March 24, 2022

बेसिक शिक्षकों की यूपी बोर्ड परीक्षा में मनमानी ड्यूटी लगाने से पैदा हुआ परिषदीय स्कूलों की परीक्षाओं पर संकट

अजब गजब : अपनी छोड़ यूपी बोर्ड की परीक्षा कराएंगे बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापक


"अपने घर अंधेरा और दूसरों के घर उजाला" की कहावत बेसिक शिक्षा विभाग पर सटीक बैठती है। जी हां बेसिक स्कूलों में वार्षिक परीक्षा आज से शुरू हो गई है और ज्यादातर अध्यापकों की यूपी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी लग गई है। अध्यापक असमंजस में हैं कि अपनी परीक्षा कराएं या फिर बोर्ड की।


बेसिक स्कूलों में मंगलवार से वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है। वहीं यूपी बोर्ड परीक्षा 24 मार्च से शुरू होंगी। जानकर ताज्जुब होगा कि कई बेसिक स्कूलों के ज्यादातर अध्यापकों की ड्यूटी यूपी बोर्ड परीक्षा में लग गई है। बेसिक स्कूल अध्यापकों से खाली हो गए हैं। सैकड़ों की संख्या वाले बेसिक स्कूलों में कैसे एक अध्यापक परीक्षा कराएंगे। परेशान अध्यापक जिलों में बीएसए से भी मिले हैं। 



बेसिक शिक्षकों की यूपी बोर्ड परीक्षा में मनमानी ड्यूटी लगाने से पैदा हुआ परिषदीय स्कूलों की परीक्षाओं पर संकट


लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षाओं में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगने से प्राइमरी स्कूलों की परीक्षाओं पर संकट आ गया है। कई जिलों में 80 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है जिससे प्राइमरी स्कूल या तो एकल शिक्षक या फिर शिक्षामित्रों-अनुदेशकों के भरोसे है। वह भी तब जब 22 मार्च से प्राइमरी स्कूलों में परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और 30-31 मार्च तक रिजल्ट बनना है।



यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 मार्च से 13 अप्रैल तक है। लिहाजा परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को 13 अप्रैल तक कार्यमुक्त किया गया है। ऐसे में स्कूलों में परीक्षा करवाना, कॉपियां जांचने का काम शिक्षामित्रों के जिम्मे आ गया है।


लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को पत्र लिख कर मार्गदर्शन मांगा है कि बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी लगने से कई स्कूल या तो एकल शिक्षक वाले हो गए हैं या फिर एक भी शिक्षक नहीं बचा है। ऐसे में प्राइमरी स्कूलों की परीक्षाओं पर संकट है। वहीं उनके मूल स्कूल से 40-45 किमी दूर ड्यूटी लगाई गई है जबकि कई शिक्षक दिव्यांग भी हैं।


अलीगढ़ के बीएसए ने आदेश दिया है कि ऐसे शिक्षक को ड्यूटी के लिए कार्यमुक्त न किया जाए जिससे स्कूल बंद होने की नौबत आ जाए। प्रतापगढ़ के बीएसए भूपेन्द्र सिंह और अम्बेडकर नगर के बीएसए भोलेन्द्र प्रताप सिंह ने भी आदेश जारी किया कि प्रधानाध्यापक और एक वरिष्ठ शिक्षक को कार्यमुक्त न किया जाए।


मनमानी ड्यूटी लगाने का विरोध

परिषदीय शिक्षकों की अनियमित तरीके से ड्यूटी लगाने का शिक्षकों ने विरोध किया है। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने मण्लीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक लखनऊ पीएन सिंह व बीएसए, डीआईओएस को ज्ञापन सौंप कर विरोध जताया। संघ जिला संयोजक डा प्रभाकान्त मिश्रा ने कहा कि कई स्कूल हैं जहां सभी शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा कि अधिकारियों ने बिना परिषदीय स्कूलों की परीक्षाओं का ध्यान रखे शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी।


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