'अजीबोगरीब' फरमान, बरेली जिलें में होली के त्यौहार में शांति व्यवस्था कायम रखने को लगा दी शिक्षामित्रों की ड्यूटी, आदेश के खिलाफ़ लामबंद हुए शिक्षामित्र
बरेली जिले के क्यारा विकास खंड में अजीबोगरीब मामला सामने आया है. आदेश के मुताबिक शिक्षामित्र अब पुलिसकर्मियों (Policemen) के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को संभालेंगे.
लखनऊ. शिक्षामित्र क्या अब पुलिसकर्मियों (Policemen) के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को संभालेंगे? आदेश तो ऐसा ही जारी हुआ है. ऐसा अजीबोगरीब आदेश बरेली में खंड शिक्षा अधिकारी ने किया है. जी हां, बरेली जिले के क्यारा विकास खंड में खंड शिक्षा अधिकारी ने कई शिक्षामित्रों (Shikshamitra) की ड्यूटी होली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने में लगाई है. इस आदेश के बाद पूरे प्रदेश के शिक्षामित्रों में हड़कंप मचा है. हैरान करने वाली बात तो यह है कि जिन शिक्षामित्रों की ड्यूटी लॉ एंड आर्डर (Law and Order) को मेंटेन करने के लिए लगाई गयी है उसमें से कई महिला शिक्षामित्र हैं.
इस वजह से जारी किया आदेश
खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षामित्रों की ड्यूटी सदर के एसडीएम के आदेश के अनुपालन में लगाए जाने के निर्देश जारी किए हैं. आदेश में कहा गया है कि 17 मार्च से लेकर 19 मार्च तक सभी शिक्षामित्र कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी ड्यूटी देंगे. इस अजीबोगरीब आदेश को शिक्षामित्र समझ नहीं पा रहे हैं, क्योंकि अब से पहले कानून व्यवस्था मेंटेन करने के मामले में उनकी कभी ड्यूटी नहीं लगी थी.
शिक्षा विभाग ने किया ये खुलासा
शिक्षा विभाग के सूत्रों ने खुलासा किया है कि होली के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े इसके लिए शिक्षामित्रों की ड्यूटी लगा दी गई है.
सिद्धार्थनगर में तो मेकअप के लिए लगाई गई थी डयूटी
इसके पहले सिद्धार्थनगर में एक ऐसा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया था जब कुछ महिला शिक्षकों की ड्यूटी लड़कियों के मेकअप करने में लगाई गई थी. सिद्धार्थनगर में निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था. इसमें कन्याओं का मेकअप करने के लिए जिलाधिकारी के आदेश पर महिला शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई थी. इस मामले पर प्रदेश में काफी हो-हल्ला मचा था.
होली पर किसी तरह का विवाद न हो, इसके लिए शिक्षामित्रों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। इस संबंध में बीईओ की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही शिक्षामित्रों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे गांवों के विवादों पर नजर रखेंगे। पुरानी रंजिश का भी ब्योरा उपलब्ध कराएंगे।
इस बार होली का पर्व 17 से 19 मार्च तक मुख्य रूप से मनाया जाएगा। लेकिन होली उत्सव का माहौल इसके बाद भी बना रहता है। मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रंग खेलने का कार्यक्रम कई दिन पहले ही शुरू हो जाता है। इस पर्व पर संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने की जिम्मेदारी शिक्षा मित्रों को दी गई है।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से पत्र जारी कर सभी शिक्षामित्रों को तीनों दिन अपने स्कूलों में ड्यूटी देने के आदेश दिए हैं। पत्र के मुताबिक तैनाती के दौरान सतर्क रहने व समस्याओं को स्वविवेक निराकरण कराने के लिए कहा गया है। साथ् ही जरूरत पड़ने पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों से संपर्क करके छोटी बड़ी घटनाओं की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
तैनाती स्थल से त्योहार को संपन्न कराने की रिपोर्ट विभाग को देने के लिए कहा गया है। इस संबध में क्यारा ब्लॉक के बीईओ मनोज राम ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर इस बार होली के पर्व पर क्षेत्रों में कड़ी निगरानी के लिए सभी शिक्षा मित्रों की ड्यूटी लगाई गई है।
बीईओ के आदेश के खिलाफ लामबंद हुए शिक्षामित्र
बीईओ की ओर से शिक्षा मित्रों की होली त्योहार पर ड्यूटी लगाए जाने पर शिक्षा मित्रों ने अभी से रोष व्यक्त कर विरोध करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने आदेश के मुताबिक त्योहार के दिनों में ड्यूटी न करने की घोषणा कर दी है। संघ के जिला अध्यक्ष कपिल यादव का कहना है कि अब से पहले कानून व्यवस्था कायम करने के मामले मे उनकी कभी ड्यूटी नही लगी थी।
शिक्षा मित्रों के मूल अधिकारों का हनन किया जा रहा है। आदेश के मुताबिक महिला शिक्षा मित्रों को भी स्कूलों में ड्यूटी देने के लिए कहा गया है। संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षामित्रों को आपसी रंजिश का शिकार न बनाया जाए। प्रशासन किसी अन्य कर्मचारी की ड्यूटी शांति व्यवस्था बनाए रखने मे लगाए, शिक्षामित्र ड्यूटी नही करेंगे।
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