इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए पीसीएम फिर जरूरी, एआईसीटीई ने वापस लिया अपना पुराना आदेश
नई दिल्ली : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 12वीं में भौतिकी, रसायनशास्त्र व गणित (पीसीएम) विषय अनिवार्य न होने संबंधित अपना फैसला वापस ले लिया है। अब सिर्फ तीन पाठ्यक्रमों आर्किटेक्चर, फैशन प्रौद्योगिकी और पैकेजिंग प्रौद्योगिकी के लिए पीसीएम अनिवार्य नहीं होगा। एआईसीटीई ने वर्ष 2022-23 के लिए जो अनुमोदन प्रक्रिया जारी की है, उसमें नए फैसले की जानकारी दी है। एआईसीटीई ने पिछले साल निर्णय किया था कि इंजीनियरिंग व तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए 12वीं में पीसीएम अनिवार्य नहीं होगा।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर परिषद ने अपना फैसला बदला है। अब बीआर्क, फैशन प्रौद्योगिकी और पैकेजिंग प्रौद्योगिकी में दाखिला लेने के लिए पीसीएम के अलावा, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बायोलॉजी, इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिसेज, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्निकल वोकेशनल विषय, कृषि, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, बिजनेस स्टडीज और आंत्रप्रेन्योरशिप के छात्र भी पात्र होंगे।
दो साल और नहीं खुलेंगे नए इंजीनियरिंग कॉलेज
देश में नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने पर रोक दो साल और जारी रहेगी। एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे ने बताया कि केंद्र सरकार की समिति के सुझाव के बाद कुछ अपवादों के साथ प्रतिबंध जारी रखने का फैसला किया है। वर्ष 2020 से नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने पर रोक है।
अपवादों में राज्य सरकार के प्रस्ताव नए पॉलिटेक्निक पीपीपी मोड में शुरू किए जा सकते हैं। तीन साल में न्यूनतम 5000 करोड़ के सालाना टर्नओवर वाले उद्योग भी कॉलेज खोल सकेंगे। पर उद्योग का ट्रस्ट, सोसायटी या कंपनी कानून 2013 की धारा 8 के तहत स्थापित कंपनी होना जरूरी है।
25 साल से अधिक समय से स्थापित परोपकारी संगठन भी इंजीनियरिंग कॉलेज खोल सकेंगे। न्यूनतम 10 हजार विद्यार्थियों वाले शिक्षण संस्थान व एनआईआरएफ रैकिंग 100 के भीतर होने पर भी कॉलेज खोला जा सकता है।
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