PFMS के जरिए अब एक क्लिक से MDM रसोईयों के खाते में पहुंचेगा मानदेय
रसोइयों को अब हर माह मिलेगा मानदेय, PFMS प्रणाली से होगा भुगतान, अभी तक छह माह में मिलती थी धनराशि
बच्चों को पका पकाया भोजन मुहैया कराने की जिम्मेदारी निभाने वाले रसोइयों के लिए खुशखबरी है। अब उनके खाते में हर माह मानदेय की रकम पहुंचेगी। विभाग ने अब पीएफएमएस प्रणाली से मानदेय भुगतान करने का निर्णय लिया है। अभी तक रसोइयों को छह छह माह में मानदेय का भुगतान हुआ करता था।
अब रसोइयों को मानदेय लेने के लिए प्रधानाध्यापक के पास जाकर बार-बार नहीं कहना पड़ेगा। परिषदीय प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में कार्यरत रसोइयों को पीएफएमएस पोर्टल से जोड़ दिया गया है। अब एक क्लिक करते ही रसोइयों का मानदेय उनके खाते में जाएगा। ग्राम प्रधान से मुहर लगाने का झंझट खत्म हो जाएगा। पहले रसोइयों को एमडीएम के खाते से चेक दिया जाता था।
साल में मिलता 10 माह का मानदेय
बेसिक विद्यालयों में बच्चों का भोजन बनाने के लिए रसोइयों को लगाया गया है। भोजन बनाने के साथ स्कूलों के अन्य कार्य करने होते हैं। साल भर में इन्हें 10 महीने का मानदेय ही दिया जाता है।
आता था 1500₹ मानदेय
रसोइयों को महीने में 1500 रुपये मानदेय दिया जाता है।
समय से नहीं मिल पाता था मानदेय
त्योहारों पर समय से मानदेय नहीं मिल पाता था। मानदेय प्राप्त होने में समस्या बनी रहती थी। खाते में समस्या आने पर बैंक चेक वापस कर देती थी। कभी अन्य समस्या हो जाती थी। कभी शासन से देर से प्राप्त होता था।
नई व्यवस्था से सभी रसोइयों के बैंक खाते की जानकारी जुटाकर उनके खाते को पीएफएमएस पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। पोर्टल से जोड़ने के बाद उनके खाते में पैसा भेजा जाएगा।
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