परीक्षा जिंदगी का छोटा सा हिस्सा - इससे डरे नहीं, बच्चों को पीएम मोदी के टिप्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्कूली छात्रों और अभिभावकों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। उन्होंने छात्रों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा, परीक्षा हमारी जिंदगी का छोटा-सा हिस्सा है, जिससे हम पहले भी गुजर चुके हैं, ये नया नहीं है। इसलिए हमें डरना नहीं चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अभिभावकों व शिक्षकों को भी सलाह दी। उन्होंने कहा, आप बच्चों पर अपने सपनों का बोझ न डालें। आपकी और शिक्षकों की अपेक्षाएं पूरी करने में बच्चों को जिस उलझन से गुजरना पड़ता है यह चिंता का विषय है।
बच्चों को पीएम के टिप्स
1. बच्चे परीक्षा के दौरान घबराहट भरे माहौल से दूर रहें, आप अपने दोस्तों की नकल न करें
2. परीक्षा देते-देते हम सभी लोग ‘एक्जाम प्रूफ’ हो चुके हैं, आपने जो तैयारी की है, उसमें विश्वास से आगे बढ़कर परीक्षा दें
3. प्रतिस्पर्धा को जीवन के सबसे बड़े उपहार के रूप में लें, प्रतिस्पर्धा होगी तभी तो आपकी परख होगी
4. माता-पिता बच्चों की पसंद नापसंद का ध्यान रखें, बच्चे मन को स्थिर करेंगे तो उनका फोकस बढ़ेगा
परीक्षा पे चर्चा 2022 : पीएम मोदी ने परीक्षा के तनाव को लेकर विद्यार्थियों को दिया गुरुमंत्र, प्रधानमंत्री ने युवा छात्रों को दिया P-3 का मंत्र
PM Modi Pariksha Pe Charcha (PPC 2022) Exam Tips for Students: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 01 अप्रैल को विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा पे चर्चा की। विद्यार्थियों के मन से बोर्ड परीक्षा का तनाव दूर भगाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई सारे टिप्स साझा किए। पीएम ने अमूल्य जीवन का सामर्थ्य पहचानने की बात पर जोर देते हुए कहा कि परीक्षाओं को एक सजह प्रक्रिया के तौर पर देखा जाना चाहिए। परीक्षा से जिंदगी नहीं बनती है। यह सिर्फ एक पड़ाव होती हैं। पढ़िए पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें —
बेटियों तेजी से आगे बढ़ रहीं, एक दिन पुरुष भी आरक्षण मांगेंगे
परीक्षा पे चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हल्की-फुल्की और मजाकिया बातों पर सभी छात्र और शिक्षक जोर-जोर से ठहाका लगाने लगे। शिक्षा और राष्ट्रीय नेतृत्व के क्षेत्र में आगे बढ़तीं बेटियों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही ऐसा समय भी आएगा कि महिलाओं की जगह पुरुष आरक्षण मांगने लगेंगे। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आसान शब्दों कई सामाजिक समस्याओं को भी उठाया और नई पीढ़ी को उनके उन्मूलन के लिए अपना संदेश भी दिया।
प्रधानमंत्री ने युवा छात्रों को दिया पी-3 का मंत्र
पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान स्वच्छ भारत अभियान की सफलता का जिक्र करते हुए उसका क्रेडिट बच्चों को दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छता की मेरी भावनाओं को चार चांद लगाने का काम देश के बच्चों ने किया है। इसमें आज हम जहां पहुंचे हैं, उसका सबसे ज्यादा क्रेडिट मैं बालक-बालिकाओं को देता हूं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई बच्चे हैं, जिन्होंने कई बार अपने परिजनों को इधर-उधर कूड़ा फेंकने पर टोका है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने पी-3 का मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया में P3 movement चलाने की जरूरत है। ये P3 movement यानी Pro-Planet-People से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ेंगे, तो इससे हमें लाभ मिलेगा।
परिजन, शिक्षकों के पास समय नहीं, खुद को जानना जरूरी
परीक्षा पे चर्चा 2022 के दौरान प्रधानमंत्री ने आत्म विश्लेषण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आप स्वयं के विषय पर जरूर विश्लेषण कीजिए। कामकाजी माता-पिता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अब बच्चा दिन भर क्या करता है, उसके लिए मां- बाप के पास समय नहीं है। वहीं, शिक्षक को केवल सिलेबस से लेना देना है कि मेरा काम हो गया, मैंने बहुत अच्छी तरह पढ़ाया, अब बस। लेकिन बच्चे का मन कुछ और करता है। जब तक हम बच्चों की शक्ति, सीमाओं, रुचियों और उनकी अपेक्षाओं को जानने का प्रयास नहीं करते हैं, तो वे आगे नहीं बढ़ पाते हैं, क्योंकि उन्हें सपोर्ट नहीं मिल पाता। प्रधानमंत्री ने अभिभावकों और शिक्षकों से अपील की कि आप अपने मन की, अपनी अपेक्षाएं बच्चे पर न थोपें, उन पर बोझ न बढ़ाए।
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