यूपी बोर्ड : साल में दो बार होंगी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं, बदलेगा पेपर का पैटर्न
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अब वर्ष में दो बार होंगी। नई शिक्षा नीति के मुताबिक ये बदलाव किया जा रहा है। इसके साथ ही परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किया जाएगा। प्रस्तावित नए पैटर्न के तहत 100 अंकों के प्रश्नपत्र में दो तरह के प्रश्न होंगे। इसमें 30 नंबर का बहुविकल्पीय और 70 नंबर का विश्लेषणात्मक पेपर होगा। हाईस्कूल में 2023 और इंटरमीडिएट में 2025 से यह बदलाव लागू किया जाएगा।
सौ नंबर की होगी बहुविकल्पीय परीक्षा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माध्यमिक शिक्षा विभाग की कार्ययोजना पर मुहर लगा दी है। 100 नंबर के एक पेपर में बहुविकल्पीय परीक्षा के लिए एक घंटा दिया जाएगा। इसमें 30 प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और इसकी परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाएगी। इसके बाद दूसरा पेपर वर्णनात्मक होगा। इस पेपर में उच्चतर चिंतन कौशल के प्रश्न भी शामिल किए जाएंगे। यह पेपर 70 नंबर का होगा। साल 2023 से हाईस्कूल की परीक्षा और साल 2025 से इंटरमीडिएट की परीक्षा पैटर्न में नए बदलाव लागू कर दिए जाएंगे।
नए पैटर्न के लिए 2022 में कक्षा नौ में पूरी तैयारी की जाएगी और 2023 में इसे लागू किया जाएगा। विज्ञान और गृह विज्ञान विषय की वस्तुनिष्ठ प्रश्न पत्र में 50 प्रतिशत प्रश्न प्रायोगिक गतिविधियों से संबंधित होंगे। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए वार्षिक, सेमेस्टर/मॉडयूल पर विचार कर रहा है।
परीक्षा फल में सुधार के लिए दे सकेंगे दूसरी बार परीक्षा
यूपी बोर्ड में हाईस्कूल में आतंरिक मूल्यांकन को खत्म किया जाएगा ताकि मूल्यांकन की एक पारदर्शी व्यवस्था बन सके। हाईस्कूल परीक्षा 2023 से साल में दो बार ली जाएगी ताकि छात्रों में कोचिंग के प्रति रुझान कम हो और परीक्षा संबंधी तनाव खत्म हो जाए। पहली बार परीक्षा निर्धारित समय पर होगी। दूसरी बार परीक्षा विद्यार्थी इसे परीक्षाफल में सुधार के लिए दे सकेंगे। कक्षा 9 से 12 तक परीक्षा पैटर्न के साथ मूल्यांकन का पैटर्न भी बदला जाएगा। पैटर्न बदलने के पीछे मंशा यह है कि बच्चों में रटने की प्रवृत्ति कम करते हुए उनका ज्ञान बढ़ाया जाए।
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