RTE : सूबे की राजधानी में चयनित दस हजार छात्रों को प्रवेश का अब तक इंतजार
लखनऊ : निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश के लिए चयनित होने के बाद भी अभी तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। पांच अप्रैल तक पहली लॉटरी में चयनित लाभार्थियों का प्रवेश स्कूलों में हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक चयनित बच्चों की सूची ही स्कूलों को नहीं भेजी गई है।
जिनका चयन हुआ है उनके अभिभावक प्रवेश के लिए स्कूल पंहुचे तो स्कूल प्रबंधन ने प्रवेश नहीं दिया। अभिभावक स्कूल और बेसिक शिक्षा कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।
आरटीई की आवेदन प्रक्रिया तीन चरणों में होनी है। पहले चरण में आवेदन दो से 25 मार्च तक हुए थे। जिसमें 13 हजार से अधिक अभिभावकों ने अपने बच्चों के निशुल्क प्रवेश के लिए आवेदन किया था। जिसकी लॉटरी 30 मार्च को निकाली गई और 9760 बच्चों का नाम प्रवेश के लिए फाइनल हुआ। इन बच्चों का प्रवेश स्कूलों में पांच अप्रैल तक कराने का लक्ष्य था। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने कहा कि चयनित बच्चों की फाइनल सूची जिलाधिकारी के पास अनुमोदन के लिए गई थी। अनुमोदन हो गया है। स्कूलों को सूची भेजी जा रही है।
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