यूपी बोर्ड : एक लाख से ज्यादा छात्रों की छूटी प्रायोगिक परीक्षा
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा संपन्न तो हो गई, लेकिन 1,03,798 परीक्षार्थियों की परीक्षा छूट गई। अब इन परीक्षार्थियों की परीक्षा कराने के लिए यूपी बोर्ड शासन की अनुमति से जल्द ही नई तिथि घोषित करेगा। इसके पहले विद्यालयवार छूटे परीक्षार्थियों की गणना की जा रही है। विद्यालयों में परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए नए सिरे से परीक्षा केंद्र निर्धारित किए जाएंगे।
दो चक्र में मंडलवार प्रायोगिक परीक्षा 20 अप्रैल से चार मई तक कराई गई। प्रायोगिक परीक्षा की तिथि घोषित किए जाने के बाद परीक्षा शुरू कराने में अंतर न होने के कारण तमाम परीक्षार्थी जानकारी के अभाव में परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सके। ऐसे में बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर प्रायोगिक परीक्षा छूटने वाले परीक्षार्थियों की विद्यालयवार और विषयवार जानकारी माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर छह मई की रात्रि 12 बजे तक मांगी थी। बोर्ड सचिव के मुताबिक तय समय में 1,03,798 परीक्षार्थियों की परीक्षा छूटने की जानकारी विद्यालयों की और से पोर्टल पर दी गई है। किस विद्यालय में किस विषय के कितने परीक्षार्थी हैं, इसकी गणना की जा रही है। जहां अधिक परीक्षार्थी होंगे,
वहां उसी विद्यालय को केंद्र बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। जिन विद्यालयों में परीक्षार्थियों की संख्या कम होगी, वहां के परीक्षार्थियों का केंद्र नजदीक के अधिक संख्या वाले विद्यालय में बनाया जाएगा। परीक्षा केंद्र निर्धारण और परीक्षकों की नियुक्ति के बाद शासन की अनुमति से परीक्षा तिथि घोषित कर परीक्षा संपन्न कराई जाएगी।
परीक्षकों की कमी से रह गया कुछ विषयों में मूल्यांकन
प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा- 2022 की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य लगभग पूरा हो गया है। कुछ जिलों में इक्का दुक्का विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन विषय के परीक्षक नहीं होने से रह गया है। इसके लिए बोर्ड सचिव की अनुमति से नजदीकी जिले से विषय के परीक्षक बुलाकर या उत्तरपुस्तिकाओं को गोपनीयता बरतते हुए वहां भेजकर मूल्यांकन करा लिया जाएगा। जिन विषयों में कुछ जिलों में परीक्षक नहीं हैं, वहां उत्तरपुस्किाओं की संख्या कम है। बोर्ड परीक्षा की ढाई करोड़ से अधिक उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए सात मई की तिथि निर्धारित की गई थी। अधिकांश जिलों में शत प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पूरा हो गया है। कानपुर देहात, कानपुर नगर, कन्नौज में सैन्य विज्ञान विषय के परीक्षक नहीं हैं। ऐसे में नजदीकी जिले से सैन्य विज्ञान विषय के परीक्षक को बुलाकर मूल्यांकन अविलंब पूर्ण किया जाएगा। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि 60 से अधिक जिलों ने मूल्यांकन पूरा हो जाने की रिपोर्ट भेज दी है। शनिवार को मूल्यांकन का आखिरी दिन होने के कारण कुछ जिलों में देर तक कार्य करके मूल्यांकन पूरा किया गया।
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