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Sunday, June 12, 2022

16 जून से शिक्षामित्र व अनुदेशकों के पढ़ाने पर संशय, 11 माह का अनुबंध - नहीं मिलता जून माह का मानदेय

16 जून से शिक्षामित्र व अनुदेशकों के पढ़ाने पर संशय,  11 माह का अनुबंध - नहीं मिलता जून माह का मानदेय 

■ शिक्षामित्र और अनुदेशकों का 31 मई को खत्म हो गया है अनुबंध
■ एक जुलाई से 31 मई तक का ही रहता है रहता है अनुबंध

16 जून से अनुदेशकों व शिक्षामित्रों के विद्यालय आने में उहापोह,  जून माह का मानदेय देने की मांग



उन्नाव: शासन के आदेश पर इस बार ग्रीष्मावकाश के बाद 16 जून से ही परिषदीय विद्यालय खुल जाएंगे। संशय की स्थिति के कारण जिले के अनुदेशकों व शिक्षामित्रों के न पहुंचने का असमंजस बरकरार है।


बेसिक शिक्षा में परिषदीय विद्यालयों के अनुदेशकों का अनुबंध (संविदा नवीनीकरण) 31 मई को ही समाप्त हो गया है। जबकि, शिक्षामित्रों का अनुबंध स्वतः नवीनीकरण की प्रक्रिया में तो है लेकिन इनको भी जून का मानदेय नहीं। मिलता है। दोनों पदों का केवल 11 माह रहता है। इतने समय का ही उनको मानदेय मिलता है। 


साल में जून का मानदेय इनको नहीं मिलता है। ऐसे में अनुदेशको के मध्य बिना अनुबंध और बिना पारिश्रमिक उनके पढ़ाने पर संशय बना हुआ है। जिले में उच्च प्राथमिक तथा संविलियन विद्यालयों में अनुदेशक अध्यापन का कार्य कराते हैं। तो सभी प्राथमिक स्कूलों में शिक्षामित्र इसके लिए उनका 1 जुलाई से 31 मई तक का अनुबंध से रहता है। 


पूर्व के वर्षों में जून में स्कूलों के बंद रहने पर शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के शिक्षणेत्तर कार्य नहीं करने से उनको मानदेय नहीं मिलता था । इस बार शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालय खुल तो जाएंगे लेकिन 31 मई को ही समाप्त हो चुके अनुबंध के बाद अनुदेशक व बिना मानदेय शिक्षामित्र के विद्यालय जाने पर संशय बरकार है। बेसिक अनुदेशक शिक्षक संघ उप्र के प्रदेश अध्यक्ष जिलाध्यक्ष शशांक मिश्र ने कहा कि अभी तक अनदेशकों का नवीनीकरण नहीं हुआ है। वहीं उप्र शिक्षामित्र एसोसिएशन के कुलदीप शुक्ला ने शासन से मांग की है कि ने उनका 12 माह का मानदेय निर्धारित किया जाए।



गोरखपुर  । शासन के आदेश पर ग्रीष्मावकाश के बाद इस बार 16 जून से ही परिषदीय विद्यालय खुल से जाएंगे। विद्यालय तो खुल जाएंगे पर बच्चों को पढ़ाएगा कौन? इस पर अभी संशय है। क्योंकि परिषदीय विद्यालयों की रीढ़ बन चुके शिक्षामित्र और अनुदेशकों का अनुबंध 31 मई को ही समाप्त हो गया है। उनका केवल 11 माह का ही अनुबंध रहता है, उसका ही उनको मानदेय मिलता है। जून माह का मानदेय इनको नहीं मिलता


जिले में 1670 प्राथमिक विद्यालयों में तकरीबन 2800 शिक्षामित्र व 834 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 452 अनुदेशक अध्यापन का कार्य कराते हैं। उनका एक जुलाई से 31 मई तक का अनुबंध रहता है। इस 11 माह का ही उनको मानदेय मिलता है। पूर्व के वर्षों में जून माह में स्कूलों के बंद रहने पर शिक्षामित्र व अनुदेशकों के शिक्षणेत्तर कार्य नहीं करने से उनको मानदेय नहीं मिलता था। 16 जून को परिषदीय स्कूल खुल जाएंगे।


परिषदीय विद्यालय खुल तो जाएंगे लेकिन 31 मई को ही समाप्त हो चुके अनुबंध के बाद शिक्षामित्र और अनुदेशकों के विद्यालय जाने पर संशय बरकार है। उनके अनुबंध का रिन्यूवल जुलाई माह में होता है। शिक्षामित्र और अनुदेशक भी बिना नये अनुबंध के विद्यालय जाने को लेकर ऊहापोह में है। क्योंकि अगर वह विद्यालय जाते भी है तो उनको इसका पारिश्रमिक भी नहीं मिलेगा।


पारिश्रमिक नहीं तो काम नहीं : आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गदाधर दुबे ने कहा कि जून माह का शिक्षामित्रों को मानदेय नहीं मिलता है। उनका अनुबंध एक जुलाई से 31 मई तक का ही है। इस बार 16 जून से ही विद्यालय खुल जा रहे हैं। हम शासन के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। परिषदीय अनुदेश कल्याण एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा है कि वह शासन का हर आदेश मानने को तैयार हैं लेकिन बिना लिखित आदेश के अनुदेशक विद्यालय नहीं जाएंगे। हम लोग नो पे, नो वर्क पर ही अडिग रहेंगे।


ग्रीष्मावकाश के अवकाश का समायोजन ठंड का अवकाश देकर कर दिया गया था। ऐसे में 16 जून से सभी को विद्यालय आना होगा। शिक्षामित्र और अनुदेशकों के अनुबंध को लेकर शासनस्तर पर जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसका पालन कराया जाएगा। आरके सिंह, बीएसए

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