अब तक 1.81 करोड़ बच्चों का परिषदीय स्कूलों में कराया गया दाखिला
✍️ 02 करोड़ के लक्ष्य के करीब पहुंचा स्कूल चलो अभियान
✍️ ईट भट्टों व अन्य उद्योगों में लगे बाल श्रमिकों का भी नामांकन
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में अब तक कुल 1.81 करोड़ विद्यार्थियों का दाखिला कराया जा चुका है। योगी सरकार ने दो करोड़ बच्चों के नामांकन का लक्ष्य रखा था जो अब पूरा होने के करीब है। ईंट भट्टों व अन्य उद्योगों में काम कर रहे बाल श्रमिकों का भी नामांकन कराया गया है। ताकि उनका भविष्य संवारा जा सके।
वर्ष 2016-17 में इन परिषदीय स्कूलों में 1.52 करोड़ विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे थे, मगर बीते पांच सालों में यह संख्या काफी बढ़ी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वर्ष 2022-23 में इन स्कूलों में विद्यार्थियों की कुल संख्या बढ़ाकर दो करोड़ किए जाने का लक्ष्य रखा है।
बीते चार अप्रैल 2022 को खुद मुख्यमंत्री ने श्रावस्ती जिले से स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की थी।
सभी स्कूलों के शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने आसपास के क्षेत्र के ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जा रहे हैं, उनके अभिभावकों से संपर्क कर उनका दाखिला कराएं। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों की भी मदद लें।
बच्चों का स्कूलों में कराएं दाखिला : मुख्य सचिव
16 जून को सत्र शुरू होने के बाद फिर दी जाएगी नामांकन के अभियान को रफ्तार
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सभी जिलों के अभिभावकों से अपील की है कि वे स्कूल चलो अभियान से जुड़ें और बच्चों का दाखिला कराएं। इस बार अभियान के तहत ईंट-भट्ठों व अन्य कामों में लगे बाल मजदूरों का नामांकन भी कराया गया है। नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षकों को घरेलू सर्वेक्षण में लगाया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने भी 16 जून को शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ ही अभियान को गति देने और तय लक्ष्य हासिल करने की तैयारी है।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इस बार सरकार ने सत्र 2022-23 में 6 से 14 वर्ष की आयु के 2 करोड़ बच्चों को अभियान से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में प्रदेश के 75 जिलों के 1.3 लाख स्कूलों में 1.75 करोड़ से अधिक बच्चों का नामांकन हो चुका है। इसी क्रम में अब विद्यालयों में दो करोड़ नामांकन का लक्ष्य पाने की तैयारी है।
मुख्य सचिव ने दिया सुझाव - सभी के सहयोग से परिषदीय स्कूलों का कराएं कायाकल्प, 30 जून तक सभी विद्यालयों में पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश
मुख्य सचिव ने कहा- पूर्वजों की याद में स्कूलों को दान करें जरूरी चीजें, सभी स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था करने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव कहा कि विद्यालयों में आधारभूत संरचना, शिक्षा और स्वच्छता को लेकर एक-दूसरे से बेहतर बनने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने 30 जून तक सभी विद्यालयों में पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि सभी के सहयोग से परिषदीय स्कूलों का कायाकल्प कराएं। इसके लिए जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, राजपत्रित अधिकारियों व विद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने शुक्रवार को ये निर्देश बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। कहा, अगर कोई व्यक्ति अपने पूर्वजों की याद में विद्यालयों को भवन, उद्यान, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, फर्नीचर आदि दान में देना चाहे तो दे सकता है।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में आधारभूत संरचना, शिक्षा और स्वच्छता को लेकर एक-दूसरे से बेहतर बनने की प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने 30 जून तक सभी विद्यालयों में पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कहा, विद्यालयों में डेस्क, बेंच, दिव्यांग मैत्रिक शौचालय, बिजली आदि की व्यवस्था हो। वहीं जिन विद्यालयों में बिजली की सुविधा नहीं है, उन्हें सोलर पैनल से जोड़ा जाए।
मुख्य सचिव ने विद्यालयों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कहा, गंदगी कई बीमारियों की जड़ है। इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों को हाथ धोने, परिसर की साफ-सफाई व सैनिटेशन का ज्ञान देना भी जरूरी है। वॉल पेंटिंग, संवाद व विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को स्वच्छता व जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाए।
उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सभी परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों द्वारा पौधरोपण कराकर उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ऑनलाइन व स्मार्ट क्लास के लिए विषय वस्तु तैयार करने के निर्देश भी दिए। बैठक में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
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