UP के 50% माध्यमिक स्कूलों में शुरू होंगे व्यावसायिक कोर्स
उत्तर प्रदेश के 50 प्रतिशत माध्यमिक स्कूलों में अगले चार साल के अंदर व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू होंगे। शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी को यह लक्ष्य दिया है। वर्तमान में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा के कुल 41 ट्रेड विषय संचालित करता है। लेकिन चुनिंदा स्कूलों में ही इन्हें पढ़ाया जाता है। इनमें से तमाम कोर्स ऐसे हैं जिनमें 50 छात्र भी पंजीकरण नहीं कराते।
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश में समग्र शिक्षा अभियान के तहत 2022-23 शैक्षिक सत्र के लिए वार्षिक कार्ययोजना और बजट को लेकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक के 22 जून को जारी मिनट्स में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने की बात कही गई है।
माध्यमिक स्कूलों में होंगी स्मार्ट क्लास
सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों समेत माध्यमिक स्कूलों में इन्फार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) और स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जाएगी। छात्र-छात्राओं को इंटरनेट की नि:शुल्क सुविधा भी मिलेगी। राज्य सरकार को स्कूलों में बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
कक्षा नौ में प्रवेश के लिए बच्चों को करेंगे तैयार
आठवीं पास करने वाले बच्चों का कक्षा नौ में पंजीकरण बढ़ाने के मकसद से बच्चों को मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा। पीएबी रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों को माध्यमिक शिक्षा के लिए तैयार करने के मकसद से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के जरिए दो-तीन महीने का स्कूल रेडिनेस कोर्स बनवाया जाएगा।
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