विरोध : शिक्षामित्रों ने काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य
लखनऊ। पूरे प्रदेश में शिक्षामित्रों ने सोमवार को बांह पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। समायोजन रद्द होने के पांच साल पूरे होने पर शिक्षामित्रों ने विरोध स्वरूप इस दिन को बरसी के तौर पर मनाया।
उप्र दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि आर्थिक तंगी से जान गंवाने वाले शिक्षामित्र साथियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। यही नहीं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री को ट्वीट कर शिक्षामित्रों का भविष्य सुरक्षित करने की मांग उठाई। साथ ही चेतावनी दी कि अनदेखी हुई तो शिक्षामित्र फिर आंदोलन करेंगे।
समायोजन निरस्त होने के 5 साल पूरे होने पर शिक्षामित्र मनाएंगे काला दिवस, पीड़ा बताने को लेंगे सोशल मीडिया का सहारा
लखनऊ। समायोजन निरस्त होने के पांच वर्ष पूरे होने पर परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षामित्र सोमवार को काला दिवस मनाएंगे। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने इस मौके पर शिक्षा मित्रों से सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताने का आह्वान किया है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत सोमवार को सभी शिक्षामित्र समायोजन निरस्त होने से अवसाद में आकर जान गंवाने वाले साथियों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि 25 जुलाई 2017 को समायोजन निरस्त किया गया था। इसके बाद से शिक्षामित्रों के लिए सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए। अवसाद ग्रस्त होकर दो हजार से अधिक शिक्षा मित्रों की जान चली गई। सरकार ने शिक्षामित्रों को पांच साल से मात्र 10 हजार रुपये मानदेय पर जीवन जीने
के लिए छोड़ दिया है, जबकि महंगाई चरम पर है। केंद्र व राज्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 34% बढ़ा दिया गया है। वहीं शिक्षामित्रों के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया जा रहा। संगठन ने मांग की है कि सरकार अन्य राज्यों की भांति प्रदेश में भी नई नियमावली बनाकर शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करे।
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