राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अमली जामा पहनाने में यूपी बोर्ड ने की तैयारियां तेज
यूपी बोर्ड : विषय के चयन की मिलेगी आजादी, बोर्ड से दो बार शासन को भेजा जा चुका है प्रस्ताव
■ विषयवस्तु के चिह्नांकन को कार्यशाला संपन्न
■ बोर्ड से दो बार शासन को भेजा जा चुका है प्रस्ताव
प्रयागराज : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अमलीजामा पहनाने में यूपी बोर्ड ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नई नीति लागू होने के बाद माध्यमिक स्तर पर छात्र-छात्राओं को विषय चयन की आजादी मिलेगी। विज्ञान, गणित और मानविकी विषयों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को शारीरिक शिक्षा, आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स और व्यावसायिक कौशल को भी पढ़ने का मौका मिलेगा।
यूपी बोर्ड ने इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इन विषयों को इस प्रकार समेकित किया जाएगा ताकि बच्चों के लिए रोचक और लाभप्रद हो। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्र अपनी शिक्षा की राह और भविष्य के बारे में स्वयं निर्णय ले सकें। छात्र-छात्राओं का चतुर्दिक विकास और साल दर साल विषय और पाठ्यक्रम का विकल्प नई नीति की खासियत बताई जा रही है।
यूपी बोर्ड ने स्वास्थ्य, पोषण, फिटनेस, पर्यावरण जागरूकता, कोडिंग, मशीन लर्निंग आदि से संबंधित विषयवस्तु के चिह्नांकन के लिए कार्यशाला पूरी कर ली है। अब संकलित विषयवस्तु को पाठ्यक्रम में एकीकृत करने की कार्यवाही की जाएगी। विषय चयन की सुविधा बच्चों को देने के लिए बोर्ड की ओर से 2021 और 2022 में दो बार प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
UPMSP UP board exam 2023 : नई शिक्षा नीति को लेकर यूपी बोर्ड की तैयारियां तेज, विषय के चयन की मिलेगी आजादी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अमलीजामा पहनाने में यूपी बोर्ड ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नई नीति लागू होने के बाद माध्यमिक स्तर पर छात्र-छात्राओं को विषय चयन की आजादी मिलेगी। विज्ञान, गणित और मानविकी विषयों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को शारीरिक शिक्षा, आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स और व्यावसायिक कौशल को भी पढ़ने का मौका मिलेगा।
यूपी बोर्ड ने इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इन विषयों को इस प्रकार समेकित किया जाएगा ताकि बच्चों के लिए रोचक और लाभप्रद हो। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्र अपनी शिक्षा की राह और भविष्य के बारे में स्वयं निर्णय ले सकें। छात्र-छात्राओं का चतुर्दिक विकास और साल दर साल विषय और पाठ्यक्रम का विकल्प नई नीति की खासियत बताई जा रही है।
यूपी बोर्ड ने स्वास्थ्य, पोषण, फिटनेस, पर्यावरण जागरूकता, कोडिंग, मशीन लर्निंग आदि से संबंधित विषयवस्तु के चिह्नांकन के लिए कार्यशाला पूरी कर ली है। अब संकलित विषयवस्तु को पाठ्यक्रम में एकीकृत करने की कार्यवाही की जाएगी। विषय चयन की सुविधा बच्चों को देने के लिए बोर्ड की ओर से 2021 और 2022 में दो बार प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
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