ऐलान : खुलेंगे पांच हजार अभ्युदय कंपोजिट मॉडल स्कूल, हर जिले में मॉडल स्कूल
मुख्यमंत्री राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने स्कूली शिक्षा में निजी निवेश को भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए और कहा कि यह देखना होगा कि अकादमिक संस्थान डिग्री बांटने के केंद्र बन कर न रह जाएं।
लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को निर्देश दिया है कि यूपी में 77.7 जनसंख्या गांवों में है इसलिए उन्नत भारत अभियान स्कीम के तहत ज्यादा से ज्यादा शिक्षा संस्थानों को ग्रामीण इलाकों से जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले चार वर्षों में प्रदेश में पांच हजार अभ्युदय कम्पोजिट स्कूल होंगे। हर जिले में एक मॉडल कम्पोजिट स्कूल विकसित किया जाएगा। वहीं उच्च शिक्षण संस्थानों को तत्काल नैक ग्रेडिंग करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि प्रॉक्सी टीचर की एक भी गतिविधि स्वीकार्य नहीं है।
स्कूली शिक्षा में निजी निवेश को मिले प्रोत्साहन: मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण की एक हाइब्रिड प्रणाली विकसित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कुशल संसाधन व प्रभावी गवर्नेंस के लिए यथाशीघ्र राज्य विद्यालय मानक प्राधिकरण का गठन किया जाए। हर सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लास और बुक बैंक की व्यवस्था हो। हर ब्लॉक में 5-6 अभ्युदय स्कूल खोले जाएंगे, इसके लिए बजट की कमी नहीं होगी।
एक ही परिसर में होगी प्राइमरी से 12वीं तक पढ़ाई
जिले में खोला जाने वाला मॉडल कम्पोजिट स्कूल कक्षा एक से 12 तक का होगा। वहीं अभ्युदय कम्पोजिट स्कूल कक्षा एक से आठ तक के होंगे। इनमे से ही मॉडल स्कूलों का चयन होगा। इन स्कूलों में वे सभी सुविधाएं होंगी जो किसी आदर्श स्कूल में होती हैं और ये प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत होंगे। इसमें पांच कक्ष में डाइनिंग हॉल, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष व साइंस लैब होगी। इमारत इको फ्रेंडली और टॉयलेट पर्यावरण के अनुकूल उच्चीकृत किए जाएं।
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